Book Title: Jivan ki Khushhali ka Raj
Author(s): Lalitprabhsagar
Publisher: Pustak Mahal

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Page 134
________________ सावधान रहिये, अगर आपके पति में ज्यादा धौंस जमाने की आदत रखते हैं तो मेरी बहिनों हौंसले कभी पस्त न होने देना और हिम्मत करके यह नहीं तो क्या कर लोगे? वो ठंडे पानी से नहाने के बात पूछ ही ले ना अलावा और कुछ नहीं कर सकता । — कहना-सुनना एकांत में पति - पत्नी के रिश्तों में एक बात ओर ध्यान रखें कि पत्नी के साथ प्रेमभरा व्यवहार करें। चार लोगों के बीच उसे टोकाटोकी न करें। मुझे यह बात चुभती है । एक पति - पत्नी हमसे मिलने के लिए आए। बहुत से लोग हमारे पास बैठे थे। पत्नी ने कुछ बात कही और पति ने उसे अपनी आँखें दिखानी शुरू कर दीं, पत्नी बेचारी सहमकर एक किनारे बैठ गई । तब मैं सोचने लगा आखिर आदमी ऐसा क्यों करता है? तुम्हें अपनी बात कहने का हक है तो क्या पत्नी को यह हक नहीं है । उसके अधिकारों का क्या हम यूं ही हनन करते रहेंगे ? घर-परिवार में अगर आपकी वाइफ है तो उसे सही सलामत रखें। यही आपकी लाइफ है। याद रखें, वाइफ को दुःखी रखकर आप अपनी लाइफ को सुखी नहीं बना सकते । 1 अगर आप पत्नी से अनुशासन चाहते हैं तो आप भी अनुशासन में रहें । उसकी गलती होने पर अगर उससे सॉरी की अपेक्षा रखते है तो अपनी गलती होने पर आप भी सॉरी कहें। सॉरी कहिए - समझौता कीजिए, तनाव से बचिये और मस्त रहिए। घर में छोटी-से-छोटी बात पर सॉरी कहने की हिम्मत रखिए और घर को सुखमय बनाइये । छोटी-छोटी बात को लेकर आप इतने तनाव में आ जाते हैं कि दिन-रात घर में न होते हुए भी घर को नरक बना देते हैं। कम न होने दें पति का गौरव जितना फर्ज़ पति का है घर का सुखद वातावरण बनाने का, उतना ही उत्तरदायित्व पत्नी का भी है। अपने पति को हर समय हाँकने की कोशिश मत कीजिए। अगर हर वक्त उसे हाँक रहे हैं तो एक दिन उग्र बनकर वह आपको ही मारने का प्रयास करेगा। ज़िंदगी में पति के मान-सम्मान और गौरव को बनाकर रखने की कोशिश कीजिए । पति के दोष निकालने वाली महिलाओं से कहूंगा वे पति की तारीफ करने की आदत डालें । चार लोगों के Jain Education International 133 For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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