Book Title: Jinduttasuri ka Jain Dharma evam Sahitya me Yogdan
Author(s): Smitpragnashreeji
Publisher: Vichakshan Prakashan Trust

Previous | Next

Page 276
________________ युगप्रधान आ. जिनदत्तसूरिजी का जैन धर्म एवं साहित्य में योगदान २५९ चैत्यवंदनकुलक वृत्ति हिन्दी अनु. प्रवर्तिनी सज्जनश्रीजी म.सा. जिनदत्तसूरि सेवासंघ कलकत्ता १९८८ जैन धर्म नो प्राचीन अने संक्षिप्त इतिहास अने प्रभु वीर पट्टावली जीवनलाल छगनलाल संघवी, पंच भाईनी पोल अहमदाबाद १९३५ जैन संस्कृति और राजस्थान डा. नरेन्द्र भानावत सम्यक् ज्ञान प्रसारक मण्डल बापूनगर, जयपुर १९७५-७६ जैन साहित्य और इतिहास नाथूराम प्रेमी यशोधन मोदी संशोधित साहित्यमाला, बम्बई-२ १९५६ जैन आचार : सिद्धान्त और स्वरूप देवेन्द्रमुनि शास्त्री श्रीतारक गुरु जैन ग्रंथालय, शास्त्री सर्कल, उदयपुर १९८२ जैन काव्य दोहन मनसुखलाल मेहता सत्यविजय टंगप्रेस अहमदाबाद १९१३ दादा जिनदत्तसूरि चरित्र एवं पूजाविधि श्री आत्मप्रकाश जैन, लुधीयाना दादावाडी जिनदत्तसूरि सेवासंघ दिग्दर्शन-धर्मपाल जैन बम्बई प्रबन्ध चिन्तामणि अनु. हजारीप्रसाद द्विवेदी सिंधी जैन ग्रंथमाला अहम. कलकत्ता १९३० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 274 275 276 277 278 279 280 281 282