Book Title: Jinduttasuri ka Jain Dharma evam Sahitya me Yogdan
Author(s): Smitpragnashreeji
Publisher: Vichakshan Prakashan Trust

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Page 277
________________ २६० युगप्रधान आ. जिनदत्तसूरिजी का जैन धर्म एवं साहित्य में योगदान ब्रज का सांस्कृतिक इतिहास प्रभुदास मित्तल १९७७ भारत के प्राचीन राजवंश भाग-२ प. विश्वेश्वरनाथ रेउ हिन्दी ग्रंथरत्नाकर कार्यालय बम्बई १९२० बनारसीदास भारतीय संस्कृति का इतिहास स्कन्दकुमार रस्तोगी एण्ड कम्पनी, भारतीय संस्कृति का इतिहास आचार्य चतुरसेन मेरठ १९५८ भारतीय संस्कृति और उसका इतिहास सरस्वती सदन, मसूरी सत्यकेतु (यू.पी.) १९६० भारतीय संस्कृति में जैन धर्म का योगदान मध्यप्रदेश शासन साहित्य डा. हीरालाल जैन परिषद. भापाल १९६२ महाजनवंश मुक्तावली रामलालजी गणि निर्णयसागर प्रेस, बम्बई १९१० मणिधारी श्री जिनचन्द्रसूरि अष्टम शताब्दी स्मृति गंथ, अगरचंदजी, भँवरलालजी नाहटा मणिधारी अष्टम् शताब्दी समारोह समिति, नई दिल्ली १९७१ युगप्रधानजिनदत्तसूरि अगरचंदजी, भँवरलालजी नाहटा जगमोहनमलिकलेन कलकत्ता १९४७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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