Book Title: Jignasa Journal Of History Of Ideas And Culture Part 02
Author(s): Vibha Upadhyaya and Others
Publisher: University of Rajasthan

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Page 210
________________ 126 / Jijāsä एनएसएसओ के 55वें राउंड (1999-2000) के सर्वेक्षण के अनुसार देश के 39,84 करोड़ श्रमिकों में महिलाओं की संख्या 12.41 करोड़ (31.12 प्रतिशत) थी। इस प्रकार के प्रत्येक 100 श्रमिकों में 31 महिलाएँ हैं जबकि महिलाओं की कुल जनसंख्या 49.60 करोड का यह लगभग 25 प्रतिशत हैं अर्थात् प्रत्येक 100 में 25 महिलाएँ श्रमिक हैं। कुल भारत में लिंगवार संगठित एवं असंगठित क्षेत्र में श्रमिक क्र.सं. संख्या (करोड़ में) प्रतिशत में महिला पुरूष महिला पुरूष कुल संगठित 0.49 2.32 2.80 100 असंगठित 11.92 25.11 37.03 30 कुल 1241 27.43 39.83 100 राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (एनएसएसओ) 55वें राउंड (1999-2000) से संकलित। तालिका से स्पष्ट है कि भारत के कार्यरत जनसंख्या में महिला श्रमिकों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यदि इसका लिंगवार विश्लेषण करें तो देखते हैं कि भारत के कुल श्रमिकों में महिला श्रमिक 31 प्रतिशत हैं। संगठित क्षेत्र के श्रमिकों में इनका प्रतिशत 18 तथा असंगठित श्रमिकों की कुल तादाद में इनका प्रतिशत 30 है। संगठित क्षेत्र में महिला श्रमिकों की तुलना में पुरूष श्रमिक लगभग 4.5 गुणा अधिक है। यदि हम असंगठित क्षेत्रों की बात करें तो यहाँ भी ये महिलाएँ पुरूष श्रमिकों की तुलना 2.3 गुणा कम रोजगार में हैं। जबकि कुल श्रमिकों में महिलाओं की भागीदारी को देखा जाए तो यह पुरूषों से लगभग 2.2 गुणा कम है। इस प्रकार लिंगवार विश्लेषण में जो बातें स्पष्ट होती हैं वे ये हैं कि - लिंगवार विश्लेषण I. कुल श्रमिक II. संगठित क्षेत्र III. असंगठित क्षेत्र (39.84 करोड) (2.80 करोड) (37.03 करोड) महिला 31% महिला 18% महिला 30% पुरूष 69% पुरूष 70% Lपुरूष 82%

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