Book Title: Jainology Parichaya 01
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune

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Page 18
________________ १३. आत्मा और उसका स्वरूप (जैनत्व की झाँकी - पाठ २७) १) आत्मा में कौन-कौनसे गुण न होने से उसे 'अमूर्त' कहा है ? (एक वाक्य) २) संसार में आत्मा कितने हैं ? (एक वाक्य) ३) आत्मा के मुख्य दो भेद कौनसे हैं ? (एक वाक्य) ४) संसारी जीवों के गति की अपेक्षा से भेद कौनसे हैं ? (एक वाक्य) ५) संसारी जीवों के जाति की अपेक्षा से भेद कौनसे हैं ? (एक वाक्य) ६) भावों की अपेक्षा से आत्मा के तीन भेद कौनसे हैं ? (एक वाक्य) ७) 'बहिरात्मा' व्यक्तियों का वर्तन किस प्रकार का होता है ? (तीन-चार वाक्य) ८) कौन-कौनसे व्यक्तियों को अंतरात्मा' कहा है ? (एक वाक्य) ९) व्यक्ति ‘परमात्मा' कब बनता है ? (एक वाक्य) १०) परमात्मा' के दो भेद लिखिए । (एक वाक्य) ११) बहिरात्मा, अंतरात्मा और परमात्मा किस-किसका प्रतिनिधि है ? (तीन वाक्य)

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