Book Title: Jainology Parichaya 01
Author(s): Nalini Joshi
Publisher: Sanmati Tirth Prakashan Pune

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Page 25
________________ (ब) क्रियापद के प्रत्यय (Verb - declesion) भाषा में वाक्य बनने के लिए दूसरा महत्त्वपूर्ण घटक है 'क्रियापद' । १) वाक्य में क्रियापद प्रयुक्त करने के लिए प्रथमतः ‘काल' देखना पडता है । प्राकृत में तीन मुख्य काल हैं - वर्तमानकाल (present tense), भूतकाल (past tense) और भविष्यकाल (future tense) । इसके अतिरिक्त 'आज्ञार्थ और 'विध्यर्थ' भी होते हैं । २) क्रिया के रूप प्रयोग करते हुए एकवचन (singular) या अनेकवचन (plural) का उपयोग करना पडता है । ३) क्रिया के रूप हमेशा प्रथमपुरुष (first Person), द्वितीय पुरुष (second Person), या तृतीय पुरुष (thirdPerson) में प्रयुक्त होते हैं । इस पाठ में हम वर्तमानकाल के प्रत्यय, कुछ क्रियापद तथा वर्तमानकाल के वाक्य दे रहे हैं । वाक्य पढते सम्म क्रिया, वचन तथा पुरुष का विशेष ध्यान रखें । क्रियापद वर्तमानकाल के प्रत्यय एकवचन पुरुष अनेकवचन प्रथम पुरुष द्वितीय पुरुष तृतीय पुरुष नि अंति वर्तमानकाल पुरुष धातु (क्रियापद) : गच्छ (जाना) एकवचन प्रथम पुरुष गच्छामि द्वितीय पुरुष गच्छसि तृतीय पुरुष गच्छइ अनेकवचन गच्छामो गच्छह गच्छंति

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