Book Title: Jain Vidya evam Prakrit
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Sampurnanand Sanskrut Vishvavidyalaya Varanasi

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Page 350
________________ परिशिष्ट ३ संगोष्ठी एवं परिचर्चा में सम्मिलित विद्वान् डा० के० सी० आचार्य संस्कृत विभाग उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर, उड़ीसा श्री अगरचन्द नाहटा नाहों की गवाड़ बीकानेर, राजस्थान ( स्व ० ) डा० उदयचन्द्र जैन जैन विद्या एवं प्राकृत विभाग सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर, राजस्थान डा० उमानाथ श्रीवास्तव इतिहास विभाग पटना विश्वविद्यालय, पटना, बिहार 'डा० कमलेशकुमार जैन जैन-बौद्धदर्शन विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी, उत्तर प्रदेश डा० कस्तूरचन्द्र कासलीवाल श्री महावीर ग्रन्थ अकादमी ८६७ अमृत कलश, बरकत नगर जयपुर, राजस्थान प्रो० कृष्णदत्त बाजपेयी ४- ५, पद्माकर नगर, सागर, मध्य प्रदेश प्रो० कृष्णनाथ अर्थशास्त्र विभाग काशी विद्यापीठ, वाराणसी, उत्तर प्रदेश डा० कोमलचन्द्र जैन पाली एवं बौद्ध अध्ययन विभाग काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश Jain Education International डा० गोकुलचन्द्र जैन अध्यक्ष, प्राकृत एवं जैनागम विभाग सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी, उत्तर प्रदेश डा० ज्योतिप्रसाद जैन ज्योति निकुञ्ज, चारबाग, लखनऊ, उ० प्र० प्रो० जगन्नाथ उपाध्याय अध्यक्ष, श्रमणविद्या संकाय सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी, उत्तर प्रदेश डॉ० जयनारायण पाण्डेय प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश डॉ० दयानन्द भार्गव संस्कृत विभाग, जोधपुर विश्वविद्यालय जोधपुर, राजस्थान टिप्पणी - यथाशक्य नवीनतम पता दिया गया है । For Private & Personal Use Only परिसंवाद-४ www.jainelibrary.org

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