Book Title: Jain Shasan Author(s): Sumeruchand Diwakar Shastri Publisher: Bharat Varshiya Anekant Vidwat Parishad View full book textPage 1
________________ ज्ञानदिवाकर, मर्यादा शिष्योत्तम, प्रशांतमूर्ति आचार्यश्री भरतसागर जी महाराज की स्वर्णजयंती वर्ष के उपलक्ष में : जैनशासन लेखक विद्वत्रत्न धर्म दिवाकर पं० सुमेरुचन्द दिवाकर शास्त्री, न्यायतीर्थ, B.A.LLB., सिवनी [ चारित्र चक्रवर्ती. तीर्थकर, आध्यात्मिक ज्योति, महाश्रमण पहावीर, अध्यात्मवाद की मर्यादा. तात्त्विक चिन्तन, सैद्धान्तिक चर्चा . निर्वाणभूमि सम्मेदशिखर, चंपापुरी, विश्वतीर्थ श्रमणवेलमाला, भ्रमणसज आचार्य देशभूषाण महाराज, Religion & Peace, Glimpses of Jainism. Mahavira and Jain Thought आदि के लेखक, महानन्ध के सम्पादक तथा कषायपाहुडसुन के अनुवादक, भूतपूर्व सम्पादक जैन गजट] * महयाः श्री विपलचन्दजी गोधा, कफ परेड, बम्बई भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद्Page Navigation
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