Book Title: Jain_Satyaprakash 1942 01
Author(s): Jaindharm Satyaprakash Samiti - Ahmedabad
Publisher: Jaindharm Satyaprakash Samiti Ahmedabad
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[ 3२२] શ્રી જેને સત્ય પ્રકાશ
[વર્ષ ૭ संवत् १३०० जालोरगढ उपरि बाओ कान्हडदे सोनिगिरि गढ करायों पहिला राज थानसिं भिन्नमाल थयों।
संवत् १३३७ पातिसाह अलावदीन गोरीयों जालोर आयो।
संवत् १३५१ गढ जालोर अलावदीन राव कानडदें सोते गिरि उपरि अलोप हुओं कुंअर वीरमदें आपघात करी मारी (गादी) लीधी पेट उपरि पीयडी विटी तेहथी आर (और) बांधीने मामलो कीधो पढ़ें पकडयों तिवारें वीरमदे कह्यों माने सूसता होण घों तरे हथीहार (हाथ) छोड्या तिवारें वीरमदे विलांक हुओं माथो पातिसाह हजूर लेई नई गया पछे पातिसाहरी बेटी सत कीधो।
संवत् १३५१ विहारी बानू थाने मेंल्यां जालोर ।
संवत् १४०२ अहमद पातिसाह वसायों, चंपानेरथी आवी वासी माणीकसर नाथ जोगी ब्रह्मचारी गुरुरी आज्ञाथी वसाई अहमदनगरि पहिला लाथेर वसाई ।
संवत् १४०२ अहमद पांतिसाह वसायों दखणमांहिं अहमदनगर वसायों। संवत् १४५२ वैशाख वदि ७ देवडे सहसें सीरोही वसाई। संवत् १४९३ राणपूर देवल थापना कीधी। संवत् १५१० राठोड बीके जोधावत आपरे नामें जंगलमाहिं बीकानेर वसायों। संवत् १५०४ राव योधे योधपूर वसायों । संवत् १५१२ जोधपुर जगडो हूओ, सवालाख याचकने जीमाड्या । संवत् १५१३ राव हमीर नराउत फलवधीरो कोट करायो ।
संवत् १५१५ दूजे जोधावत मेडतो वसायों आगें आहू मानधातोरों वसारों वसायों सुनो खेडो वसायों।
संवत् १५९१ राव मालदें नागोर लोधी। संवत् १५९६ राव वीदें मेहवो वसायो पहिलो अमरकोट रहेतां । संवत् १५९६ रावल जामें नवोनगर वसायों, पहिला कच्छमध्ये रहितां । संवत् १५९८ राव मालदें बीकानेर लीधी। संवत् १७११ चैत्रवदिमांहि अजमेर लडाई कीधी दारोसाह भागों उरांग जीत्यो । संवत् १७११ मेवाड विखो हूवो सादूलखांन चीत्तोड पाड्यो । संवत् १७१२ राजा जसवंतसिंघने वधनोर पडगनों हूओ। । संवत् १७१३ राजा जसवंतसिंघने जालोर हूओ। संवत् १७१४ चैत्रमाहि आसोवदि ९ दिने पातिसाह साहजीहांन जीवत मृत हूउ ।
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