Book Title: Jain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 6
Author(s): Gulabchandra Chaudhary
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 653
________________ ६४० जैन साहित्य का बृहद् इतिहास त्रिषष्टिशलाकापुराण ६५ दयाविमल ३६८ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित ६, १७, ३५, दयासुन्दरकाव्य २८९,२९० ४१, ४९, ७२, द० रा० बेन्द्रे ५३८ ७८,७९, ९३, दर्दुराङ्कदेव ७३, ७४ १२५, १२८, १३१, दर्पफलिह ३४० १३८, १७१, १८७, दरैदानियाल ४३४ २०२, २०३, ४९१, दर्शनभद्र १३२ दर्शनविजय ३५०, ५६० त्रिषष्टिशलाकापुरुषमहाचरित ७० दर्शनशुद्ध ८५, १२८ त्रिषष्टिशलाकापुरुषविचार ७९ दर्शनसार ४४९ त्रिषष्टिस्मृति ३५,१२८ दवयंतीकथा १३९ त्रिषष्टिस्मृतिशास्त्र ६५, ६६ दवयंतीचरित १३९ त्रैलोक्यदीपिका २८७ दवयंतीचरिय १३९ थराद ५८५ दवयन्तीप्रबन्ध १३९ थानेश्वर १३ दशकुमारचरित २३, १९१, ५३१, थारापद्र ५८५ ५३७, ५७९ थेरावलीचरिय २०३ दशदृष्टान्तकथा २६५ दण्डी १४, २५, ५२५, ५३१, ५३७, दशदृष्टान्तचरित्र २६५ दशपर्वकथा ३७२ दत्तगच्छ १९६ दशपुर ३७ दधिवाहन १६२ दशरथ ३६, ६१, ५२५, ५२६,५८० दमघोषमुनि २९७ दशरथजातक ४१, ६१ दमयन्ती ११७, १२७, १३५, १३६, दशरथनगरी ३२५ १६०, ५७६, ५८२ दशरथमुनि ५९ दमयन्तीचम्पू ६०६ दशरथ शर्मा ४१४ दयाकरमुनि ५०८ दशवैकालिकचूर्णि ३३४, ३९० दयापाल ११९ दशश्राद्धचरित १९९, २१६ दयावर्धन १६८, २४८ दशभावकचरित्र २६५ दयावधनगणि ३०७ दशार्ण ३९८ दयावधनसरि १७२ दशार्णभद्र ७३, १९४, २५७, ५८९ ५७९ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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