Book Title: Jain Panchang 1916 Author(s): Chandrasen Jain Vaidya Publisher: Chandrashram View full book textPage 3
________________ तिथि. वार. कार्तिक. वीर संवत् २४४२ विक्रम संवत् १९७२ (प्रभव) वार. | तारीख. पर्वो. न.८ गौतमस्वामीने केवळज्ञान, सुधर्मास्वामी पाटे बेठा. भाइबीज, मुविधिनाथने केवळज्ञान. | ज्ञानपंचमी. अठाइ बेठी. (कल्पादि) १४ | मोतीशा शेठे मुंबइमां पांजरापोळ बंधावी, पंचक घ, १६-१९ पछी बेठां. ९ or wr9 V १७ EEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEE. पंचक घ. ४७-४७ सुधी छे, ही. देवदीवाळी. अरनाथपभुने केवळज्ञान, मु० ताबुत ठंडा. चोमासी चौदश, चोमासी प्रतिक्रमण, मुनि विहार शरु. कातकी पुनम, सिद्धाचळ यात्रा, दावीड अने वारीखी ल्यनो दशकोटी परिवार साथे मोक्ष, श्री हेरोहिणी. मिचंद्राचार्यनो धंधुकामां ११४५ मां जन्म. हिरविजयसरिए १५९६ मा दिक्षा लीधी. I Error ur 9 vi सिद्धियोग २७ | सुविधिनाथनो जन्म दिवस. २८ | सुविधिनाथर्नु दिक्षा कल्याणक. २९ | मोतीशा शेठे १८८७ मां पालीताणामांधर्मशाळा बंधावी. डी.१ डीसेंबर मास बेठो सने १९१५. २ महावीरस्वामीनु दिक्षा कल्याणक. पद्मप्रभु मोक्षे गया. ab morrPage Navigation
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