Book Title: Jain Nyayashastra Ek Parishilan
Author(s): Vijaymuni
Publisher: Jain Divakar Prakashan

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Page 184
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रमुख ग्रन्थ एवं ग्रन्थकार प्रमाण-प्ररूपणा १. परीक्षा-मुख २. प्रमेय-रत्न-माला ३. प्रमाण-मीमांसा ४. न्याय-दीपिका ५. प्रमाण-प्रमेय कलिका नय-निरूपणा १. अनुयोगद्वार सूत्र २. तत्त्वार्थ भाष्य ३. सन्मति-सूत्र ४. प्रमाण-नय-तत्त्वालोक ५. जैन तर्कभाषा निक्षेप-पद्धति १. अनुयोगद्वार सूत्र २. तत्त्वार्थ सूत्र ३. सन्मति-सूत्र ४. जैन तर्क-भाषा ५. जैन सिद्धान्त दीपिका जैन न्याय के प्रसिद्ध आचार्य १. आचार्य सिद्धसेन दिवाकर : (क) सन्मति तर्क सूत्र (ख) न्यायावतार-सूत्र २. आचार्य समन्तभद्र : (क) आप्त-मीमांसा ३. आचार्य हरिभद्र : (क) शास्त्र वार्ता समुच्चय (ख) षड् दर्शन समुच्चय (ग) अनेकान्त जय-पताका ४. आचार्य अकलंक देव : (क) प्रमाण-संग्रह (ख) लघीयस्त्रयी (ग) न्याय विनिश्चय ( १७५ ) For Private and Personal Use Only

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