Book Title: Jain Katha Sagar Part 1 Author(s): Kailassagarsuri Publisher: Arunoday Foundation View full book textPage 2
________________ नमामि वीरं गिरिमारधीरम पचारित्र आणि श्री विसागरजा पुण्य शताब्दि प्रथमाला पुप्प - २ सचित्र जैन कथासागर भाग - २ प्रशांतमूर्ति पूज्यपाद आचार्य प्रवर श्रीमत् केलाससागरसूरीश्वरजी महाराजा * शुभ आशीर्वाद शासन प्रभावक पूज्य आचार्य श्रीमत पद्मसागरसूरीश्वरजी महाराज * अंरक/मार्गदर्शक ज्योतिर्विद गणिवयं श्री अरुणोदयसागरजी म. सा. * संपादिका साध्वीश्री शुभ्रांजनाश्रीजी म. सा. * अनुवादक * श्री नैनमलजी सुराणा श्री अरुणोदय फाउन्डेशन, कोबाPage Navigation
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