Book Title: Jain Katha Ratna Kosh Part 03 Author(s): Bhimsinh Manek Shravak Mumbai Publisher: Shravak Bhimsinh Manek View full book textPage 8
________________ .... १५१ .... १५५ अनुक्रमणिका. ३ चोथी गाथामां समकेतनी शुद्धि केम थाय? ते कडुं . .... १३६ ४ पांचमी तथा बही गाथामां सडशन बोलनां नाम कह्यां .... १३७ ५ सातमी गाथामां प्रकरण कर्त्तानी सूचना . .... ६ आतमी गाथामां चार सदहणानुं स्वरूप बे. .... .... ७ नवमी गाथामां परमार्थ संस्तवनामें पहेली सदहणानुं स्व०.... G पहेली सहहणानी उपर जिनदास श्रावकनी कथा. ए दशमी गाथामां बीजी सदहणानुं स्वरूप कह्यु बे..... १४ १० बीजी सदहणानी नपर पुष्पचूला साध्वीनी कथा. .. १४६ ११ अगीयारमी गाथायें त्रीजी सदहणानुं स्वरूप कह्यु . १२त्रीजी सदहणानी नपर जमालीना दृष्टांत. .... १३ बारमी गाथामां चोथी सदहणानुं स्वरूप कडं ..... १४ चोथी सदहणानी नपर बे पोपटनी कथा. .... ..... १५६ १५ तेरमी चौदमी गाथामां समकेतना त्रण लिंगनुं स्वरूप कडं बे. १५७ १६ समकेतना शुश्रूषा नामा प्रथम लिंग उपर सुदर्शन शेत अने अर्जुनमालीनी कथा. .... १७ पन्नरमी गाथामां बीजा लिंगनुं स्वरूप कडं जे. .... .... १७ बीजा लिंगनी उपर आरोग्यहिजनी कथा. १५ शोलमी गाथामां समकेतना त्रीजा लिंगनुं स्वरूप कडुं . .... १६४ २० त्रीजा लिंगनी उपर वजनानादिकनी कथा. ..... १६६ १ सत्तरमी गाथामां दश प्रकारना विनयनां नाम कह्या ले. .... १६७ २२ अढारमीथी एकवीशमी गाथा पर्यंत दश विनयनुं स्वरूप कह्यु . १६॥ २३ बावीशमीथी चोवीशमी गाथामा विनय केम करवो? ते कहेलु . १७१ २४ विनयनी नपर नुवनतिलकनी कथा. .... २५ पञ्चीशमी गाथामां मनःशुदिनुं स्वरूप कह्यु . .. २६ मनःशुदि उपर नरवर्मा राजानी कथा..... .... १७ए २७ बबीशमी गाथामां वचनशुचिर्नु स्वरूप कडं . .... .... १७५ २७ वचनशुदिनी उपर धनपाल पंमितनी कथा.... .... ए सत्तावीशशी गाथामां कायदिनुं स्वरूप कडुं ..... ३० कायंशुदिनी उपर ववकरण राजानी कथा, .... ..... १एए ช แs us .... १७४Page Navigation
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