Book Title: Jain Hiteshi 1914 Ank 03
Author(s): Nathuram Premi
Publisher: Jain Granthratna Karyalay

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Page 98
________________ पत्रपरीक्षा १००० को १०) प्रो. प्रा. औदुंबरप्रेसका4 ) हस्ते बा.दयाचंदजीगोयली १..) अधिष्ठाता ऋषभब्रह्मचर्या । लाला बद्रीदासजी वकील श्रम हस्तिनापुर ५०॥ शंठ स्वरूाचंद हुकुमचंदजी ५) श्रीजैनसिद्धांत विद्यालय " मारना १६॥5)। डा.सतीशचंद्र जीविद्याभूषण ८.) शेठ रावजीसखारामजी 1) नयी बहीखातै । । दोश शोलापुरवालोंके ११ ) श्रीरोकडपाते दिवाली के दिन १.०) शेठ हीराचदनेमिचंदजी . ... दोशी शालापुरवालोंके . ३२९६10 हिसाब सनातनजैनग्रंथमालाका । ६०१) आमदनी साधारणप्र हक २५५।) छपाई आप्तपरीक्षा ७७ से ६८५॥ छपाई समयप्राभूत रामेश्वरलालजी रईस छपरा बद्रीप्रसादजी वकील और प्रति १००० की पं. बनवारीलालजाननके ४९॥) छपाई तत्वार्थराजवार्तिक ५००) श्रीयुत रायबहादुर . प्रति १००० को .... शेठ कस्तूरचंदजी ४२८)॥ छपाई जैनेंद्रप्रक्रिया १०.. .इंदारवालोंका एक मुटिशन २६२-छपाई आप्तमीमांसा ५in) आमदनी फुटर व प्रमाणपरीक्षाको । अंकोंको विक्रांसे २८९॥-)। छपाई शब्दार्णवचंद्रिका १५००) प्रथम खंडकी १५०८1शेष ग्रंथो में लगते रहे हैं २३५०)। छपाई शाकटायन जिनमें आप्तपरीक्षा५.. . चिंतामाण १ खंडको जैनेंद्रप्रक्रिया ...और शेष पुस्तकें करीब सात सात ५४||) फुटकर खर्च सौ प्रति के मौजूद हैं। . . . ३०ला ३००) आमदनी दानः प्राहकसे . . . Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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