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जैन धर्म का मौलिक इतिहास-४
दोनों युद्धभूमि में वीर गति को प्राप्त हुए और अलाउद्दीन खिलजी ने जालौर पर अधिकार कर लिया। इस प्रकार रणथम्भौर, सिवाणा और जालौर के चौहान राज्यों की समाप्ति हो गई।
महाराणा हमीर ने वि० सं० १३८२ के आस-पास मुसलमानों को परास्त . कर चित्तौड़ पर अधिकार किया।
___इससे प्रागे का भारत का राजनैतिक इतिहास राज्य-विप्लवों, मुसलमानों के आक्रमणों, भारतीय राजाओं के राज्यों के पतन, नवीन हिन्दू राज्यों के अभ्युदय, उत्थान, पतन, तलवार के बल पर बलात् धर्म-परिवर्तन, लूट, खसोट सामूहिक नरसंहार मादि भोषण घटनाचक्र के इतने अधिक घटनाक्रमों से संकुल है कि यदि एक-एक घटना पर पांच-पांच पंक्तियां भी लिखी जाएं तो एक स्वतन्त्र पुस्तक तैयार हो जाय ।
प्रस्तुत ग्रन्थ का कलेवर पर्याप्त रूपेण बड़ा हो चुका है। उसे अब बड़ा . करना समुचित प्रतीत नहीं होता। अत: इस ग्रन्थ का पालेखन यहीं समाप्त करते हुए पाठकों से सादर निवेदन किया जा रहा है कि इससे आगे का वि० सं० १५५० तक का राजनैतिक इतिहास भारतीय इतिहास के ग्रन्थों से पढ़ने की कृपा करें।
इत्यलम् । सुज्ञेषु किं बहुना ।
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