Book Title: Jain Darshan me Trividh Atma ki Avdharana
Author(s): Priyalatashreeji
Publisher: Prem Sulochan Prakashan Peddtumbalam AP
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ग्रन्थ, लेखक/सम्पादक/प्रकाशन तिथी आचार्य गुणभश्रद्र
अत्मानुशासन (वि.सं. २०१८)
आनन्दघन का रहस्यवाद - साध्वी पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, आई.
सुदर्शना श्री (१९८४)
शीलांकाचार्य टीका
आचारांगसूत्र (१६३६)
सोलापुर
आत्मानुशासनम आचार्य गुणभद्र (वि. प्रकाशकः जैन संस्कृति संरक्षक संघ, सं. २०१८) आप्त परीक्षा सम्पादकः पं. दरबारीलाल जैन ( १६६२) आप्तमीमांसा समन्तभद्राचार्य; - सम्पा. पं. जुगलकिशोरजी मुख्तार (१६६७)
समणी मंगलप्रज्ञा
आर्हती - द्दष्टि ( १६६८)
आवश्यकनिर्युक्ति भद्रबाहु (वीर सं.
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२४५४)
इष्टोपदेश (संस्कृत-हिन्दी टीका सहित समाधिशतक के पीछे, प्रथम संस्करण) - पूज्यपादाचार्य (वि.सं. २०२१) ईशावास्योपनिषद् उत्तराध्ययनसूत्र चूज्ञि जिनदासगणि (१९३३)
उत्तराध्ययनसूत्र दार्शनिक अनुशीलन एवं वर्तमान परिपेक्ष्य में उसका महत्व - डॉ. विनीतप्रज्ञाश्रीजी (२००१)
उदान
कर्मग्रन्थ - देवेन्द्रसूरि ( १६३४ - ४० ) कल्पसूत्र _भद्रबाहु कषाय सध्वी हेमप्रज्ञाश्रीजी
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कषायपाहुड (सूत्र और चूर्णि सहित ), यतिवृषभ
जैन दर्शन में त्रिविध आत्मा की अवधारणा
प्रकाशक / प्राप्ति स्थान
कषायपाहुड (जयधवला टीका सहित), - गुणधर कार्तिकेयानुप्रेक्षा (संस्कृत-हिन्दी टीका सहित) प्रथमावृत्ति स्वामी कार्तिकेय; सम्पा. आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये
( वीर. सं. २०८६ )
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टी.आई. रोड, वाराणसी
श्रीयुत् धनपतसिंह बहादुर का आगम संग्रह भण्डार, शाजापुर
श्री जैन दिगम्बर मन्दिर, वाटिका, लोनी रोड, दिल्ली वीर सेवा मन्दिर टस्ट
आदर्श साहित्य संघ, चुरू (राज)
आगमोदय समिति
वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली
गीता प्रेस, गोरखपुर
रतलाम
श्री चन्द्रप्रभु महाराज जुना मन्दिर ट्रस्ट, साहुकारपेट,
चेन्नई
गीता प्रेस, गोरखपुर
जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर
विचक्षण प्रकाशन, इन्दौर वीर शासन संघ, कलकत्ता
जैन संघ,
मथुरा
परमश्रुत प्रभावक रायचन्द्र जैन
रायचन्द्र आश्रम, अगास
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गुलाब
मण्डल, शास्त्रमाला,
श्रीमद् श्रीमद्
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