Book Title: Jain Darshan me Trividh Atma ki Avdharana
Author(s): Priyalatashreeji
Publisher: Prem Sulochan Prakashan Peddtumbalam AP

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Page 476
________________ सहायक ग्रन्थ सूची ४२१ ग्रन्थ, लेखक/सम्पादक/प्रकाशन तिथी । प्रकाशक/प्राप्ति स्थान धवला (हिन्दी अनुवाद सहित - प्रथम अमरावती संस्करण) - वीरसेन (१६३६-५६) न्यायकुमुदचन्द्र भाग १-२ मंत्री, श्री नाथूराम प्रेमी, (प्रथमआवृत्ति) - प्रभाचन्द्राचार्य; सम्पा. दि. जैन ग्रन्थमाला, हीराबाग, गिरगांव, पं. महेन्द्रकुमार न्यायशास्त्री (वीर सं. बम्बई ४ २४६४) न्यायदर्शन (वात्स्यायन भाष्य सहित चौखम्भा सं. सीरीज, द्वितीय संस्करण) - सम्पा. श्री नारायण वाराणसी मिश्र (१६७०) न्यायदीपिका (प्रथमावृत्ति) - अभिनव | जैन सेवा मन्दिर, धर्मभूषण; सम्पा. और अनुवादकः | सरसावा न्यायाचार्य पंण्डित दरबारीलाल जैन (जिला सहारनपुर) कोठिया (मई १६४५) नवपद ज्ञानसार - पुष्फभिक्खु (१६३७) अगरचन्द नाहर, कलकत्ता नायधम्मकहाओ - सम्पादकः साहित्य प्रचारक समिति, बम्बई चन्द्रसागरसूरि (१६५१) नियमसार - कुन्दकुन्दाचार्य (१६१६) जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, हीराबाग, बम्बई नन्दीसुतं - सम्पादकः मुनि श्री महावीर जैन विद्यालय श्रीपुण्यविजयजी आदि (१९६८) पतंजलि योगदर्शन भाष्य (द्वितीय श्री लक्ष्मी निवास चांडक, संस्करण) -महर्षि व्यासदेव (१९६१) अजमेर पानन्दि पंचविंशतिका (प्रथम संस्करण) जीवराज ग्रन्थमाला -पयनन्दि (१९३२) पद्मपुराण (प्रथम संस्करण) - रविषेण भारतीय ज्ञानपीठ, काशी (वि.सं. २०१६) पंचाध्यायी (पूर्वार्ध-उत्तरार्द्ध) -पंण्डित वर्णी ग्रन्थमाला, राजमल्ल; वाराणसी सम्पा.: पं. फूलचन्द्र सिद्धान्त शास्त्री पंचास्तिकाय (तत्त्वदीपिका-बालावबोध रावजीभाई छगनभाई देसाई, आनरेरी भाषा सहित - तृतीयावृत्ति) व्यवस्थापक, श्री परमश्रुत प्रभावक कुन्दकुन्दाचार्य (वि.सं. २०१५) मण्डल, श्रीमद् राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला पयनन्दिपंचविंशतिका (प्रथम संस्करण) जीवराज ग्रन्थमाला -पद्मनन्दि (१६३२) पद्मपुराण (प्रथम संस्करण) - रविषेण भारतीय ज्ञानपीठ, काशी | (वि.सं. २०१६) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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