Book Title: Hindi Jain Sahitya ka Bruhad Itihas Part 3
Author(s): Shitikanth Mishr
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 586
________________ ३१ ७२ ४९० २९५ २९६ व्यक्ति-नामानुक्रमणिका नित्यलाभ २६९ प्रद्युम्न नित्यविजय १२२, १२७, १२८ प्रमोदचंद (वाचक) २६८ पावचन्द्रसूरि नित्यविमल ३८८ पार्वदास १५ नित्यसौभाग्य २७२ पार्श्वनाथ ५४, ६०, ८५ निहालचंद २७३ प्रागजी २९३ नेणसीमूता २७५ प्रागराज २१२ नेमचंद २७६, २७७ पीतांबरदत्त बड़थ्वाल ३३० नेमिचंद ३ प्रीतिलाभ नेमिचंद I (दिग०) २७७ प्रीतिवर्द्धन २९३ नेमिचंद भंडारी २४४ प्रीतिविजय ११७, २९४, ४७३ नेमिनाथ ४५ प्रीतिसागर २९५ नेमिदत्त (ब्रह्म) १०९, १०० पुण्यकलश २०४ नेमिदास श्रावक) २७९ पुण्यकीर्ति नेमविजय २८० पुण्यनिधान २९६ नेमसागर ४० पुण्यप्रधान पन्नालाल बाकलीवाल २५० पुण्यरत्न २९७ पद्म २८६ पुण्यरुचि ४२, ४३ पद्मकीर्ति २८७ पुण्यविजय ४३१, ५०४ पद्मचन्द्र २८७ पुण्यविलास २९९ पद्मचन्द्र (शिष्य) २८९ पुण्यसागर ३८, ३९ पद्मचन्द्रसूरि ७३, २८९ पुण्यहर्ष ३०, १३१, २९९ पद्मनन्दि १३०, ३०१, ५०२ पुष्पदंत २२ पद्मनिधान २९० पूर्णप्रभ ३०१ पद्मरंग २८७, ४०३ प्रेमचंद ३०४ पद्मविजय २९० प्रेमराज ३०५ पद्मसागर १२६, २८३ प्रेमविजय ७७, ३०६ पद्मसुन्दर गणि २९१ प्रेमसागर जैन १०८, १६८ पद्मो २९१ प्रेमसौभाग्य ४६, ४९७ परमसागर २९२ प्रेमानंद १७७, ३०४ पर्वत धर्मार्थी २९३ फर्रुखसियर ४, ५, २४९ प्रताप कुशल ६७, ९० बंशीधर ३०९ प्रतापसिंह (रावत) ३७७ बख्तावरमल २३० Illallau Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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