Book Title: Hetubindu Tika Author(s): Dharmakirti Mahaswami, Archatt Bhatt, Durvek Mishra Pandit, Sukhlal Sanghavi, Jinvijay, B Bhattacharya Publisher: Oriental Research Institute Vadodra View full book textPage 7
________________ H, I. L.. J. R. A. S. अनेकान्तन अभिध० अष्टसा आप्तमी उत्पादा कर्ण. काव्या तत्त्वसं. तत्वार्थ तात्पर्य न्याय न्यायकु. न्यायबि. न्यायमं. न्यायवा.. न्यायकि विक ABBREVIATIONS History of Indian Logic __S. Vidyabhushana. Tournal of the Royal Asiatic Society. अनेकान्तजयपताका (G.O.S.) अभिधर्मकोष अष्टसहस्त्री आप्तमीमांसा उत्पादादिसिद्धि प्रमाणवार्तिकर्ट का कर्णगोभिकृता काव्यालंकार तत्त्वसंग्रह तत्त्वार्थाधिगमसूत्र तात्पर्यटीका न्यायसूत्र न्यायकुमुदचन्द्र न्यायबिन्दु न्यायमंजरी न्यायवार्तिक न्यायविनिश्चय विवरण पाणिनिव्याकरण प्रमाणवार्तिक प्रमेयकमलमार्तण्ड द्वितीयआकृति प्रशस्तपादभाष्य प्रमाणवातिकटीका मनोरथनन्दिता वाक्यपदीय प्रमाणवातिकालंकार-अमुद्रित बैशेषिकसूत्र व्योमवती-प्रशस्तपादभाष्यटीका शास्त्र वार्तासमुख्य मीमांसाश्लोकवार्तिक । सन्मतितर्कप्रकरण. प्रमाणबा. प्रमेयकमल.. प्रसस्त मनो. बाक्य. वार्तिकालंकार बैशे. व्यो. शासवार्ता श्लोक. सन्मति. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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