Book Title: Haimanushasana Trikam
Author(s): Kalapurnasuri
Publisher: Mahavir Tattvagyan Pracharak Mandal
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________________ 'लिङ्गानुशासनम् / काण्डी खल्ली मदी घटी, गोणी षण्डाल्येषणी द्रुणी / तिलपर्णी केवली खटी, नद्धीवत्यौ च पातली // 48 // वाली गन्धोली काकली गोष्ठयजाजी___ न्द्राणी मत्स्यण्डी दामनी शिजिनी च / शृङ्गी कस्तूरी देहली मौर्व्यतिभ्या सन्दी क्षैरेय्यः शष्कुलीदर्द्वपशू // 49 // कर्णान्दुकच्छू तनुरज्जुचञ्चु स्नायुर्जुहूः सीमधुरौ स्फिगर्वाक् / द्धाोदिवौ मुक्त्वगृचः शरद्वाश्छदिर्दरत्पामहषदृशी नौः // 50 // इति स्त्रीलिङ्गाधिकारः / नलस्तुतत्तसंयुक्तरुयान्तं नपुंसकम् / / वेधआदीन् विना सन्तं, द्विस्वरं मन्नकर्तरि // 51 // धनरत्ननभोऽन्नहृषीकतमोघुसृणागणशुक्तशुभाम्बुरुहाम् / अघगूथजलांशुकदारुमनोबिलपिच्छधनुर्दलतालुहृदाम् // 52 // हलदुःखसुखागुरुहिङ्गुरुचत्वचभेषजतुत्थकुसुम्भदृशाम् / -मरिचास्थिशिलाभवसूक्यकृन्नलदान्तिकवल्कलसिध्मयुधाम् // 53 // सौवीरस्थानकद्वारक्लोमधौतेयकासृजाम् / लवणव्यञ्जनफलप्रसूनद्रवतां सभित् // 54 //
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