Book Title: Gyandipika arthat Jaindyot
Author(s): Parvati Sati
Publisher: Maherchand Lakshmandas

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Page 335
________________ ( ३०३ ) सुराणा, सेर डाना वासी । ६२ भाणुलूनाजी भीम जी, जंगमाल जी, हरसेन आदिक ४५ पुरुष लोंके के उपदेश से हुए संवत् १५३१ और तस्मिन् काले भस्म ग्रह उतरा । ६३ रूप जी । ६४ जीवराज जी । ६५ भावसिंह जी । ६६ लघुवरसिंह जी । ६७ जसवन्त जी । ६८ रूपसिंह जी । ६९ दामोदर जी । ७० धनराज जी । ७१ चित्यामणिजी । ७२ क्षेमकर्ण जी । ७३ धर्मसिंह जी । ७४ नागराज जी । ७५ जयराज जी ऋषि गिरिधर जी प्रमुख और भी कई हुए और बजरंग यति का चेला लवजी उन दिनों में यतियों की क्रिया हीन देख के यतियों को छोड़ के शास्त्रोक्त क्रिया करके जयराज जी के पाट बैठे सो उन्हों को प्रतिपक्षी लोग इंडिये the word of the

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