Book Title: Gyanarnav
Author(s): Shubhachandra Acharya, Balchandra Shastri
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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पारिभाषिकादि-शब्दसूची
७३१
क्रोध 929, 931, 932 F. क्रोधजयभावना 940 F. क्लेश 1074 क्षपक 2123 क्षमा 485, 962, 975 क्षायिक 391 क्षायोपशमिक 1221, 1261,
2125 क्षायोपशमिकभाव 1261 क्षीणमोह 2157 क्षेत्र 1661 F. क्ष्वी 1995 गति 401, 1351 गन्धर्व 1060*7 गारुडमुद्रा 106046 गुण (स्थान) 413 गुणश्रेणि 1684 गुणाष्टक 2001 गुप्ति 474, 476, 889 गुरुपञ्चक 1952, 1962 गुरूपदेश 1072 गृहाश्रम 294, 300 गोत्र 1681 ग्रन्थ 821, 822, 824, 825,
839 ग्रह 1060*6 ग्राहक 1506 ग्राह्य 1505 ग्रेवेयक 2128, 2130 घातिकर्म 2139, 2171 घातिकर्मक्षय 2139 घातिचतुष्टय 2183 चण्डिका 1290 चतुर्थ 1961, 1963 चतुर्मुख 2060 चत्तारि मंगलं 1971 चन्द्रक्षेत्र 1420
चन्द्रलेखा 1997 चरमवपुस् 2137 चरमाङ्गान्न्यून 2101 चार 1351 चारित्र 473 चारित्रमोह 1674 F. चार्वाक 547 चित्तदैत्य 1102, 1105 चित्तप्रसत्ति 1075 चित्तयोग 2191 चित्तालम्बन 1468 चिदानन्द 919 चोर्य 573 F., 1225 चौर्यरौद्र 1246 चौर्यानन्द 1246 छत्रत्रय 2053 जनपदत्याग 1071 जम्बूद्वीप 1772 जातिस्मरण 1849 F. जाप (लाभ) 1917 जिन 1923 जिनपति 1921 जीव 396,397,404 जीवप्रदेश 1060*1 जीवाशय 273 ज्योतिर्मय 1940 ज्योतिष्क विमान 1778 ज्ञान 313,449 F.. ज्ञानवादिन 308 ज्ञानविज्ञान 813 ज्ञानशास्त्र 25 ज्ञानार्णव 2230 ज्ञानावरण 1060*2, 1668 F. ज्ञानिन् 466, 1550 डाकिनी 1060*6 णमो अरहंताणं 2016 णमो सिद्धाणं 1976
तत्त्व 396 तत्वनिश्चय 1071 तत्त्वरुचि 387 तत्त्वरूपवती 1879, 1904 F. तत्त्ववित् 1934 तनुत्रय 1162, 1586 तन्त्र 651, 1060*6 तन्मयत्व 2073 तपस् 195 F., 256 तुर्यध्यान 2056 तृष्णा 1042 त्रस 126, 232, 400 त्रिरत्नशुद्धि 2138 त्रिवर्ग 988 त्रिशुद्धि 385 विद्य 16 दण्ड 2187 दया 398 दर्शन 442 F. दर्शनमोह 1673 दशग्रीव 688 दशाङ्गभोग 2133 दानवी 330 दिविसौख्य 2133 F. दिव्यवाणी 2051 दिव्यसिद्धि 1050 दुर्नय 2048 दुर्भाषा 895 F. दुलेश्या 336 दृगावरण 1669 F. दृग्दोष 395 दृष्टिमोह 1673 F. देवराज्य 2131 देवलोक 1782 F.. 1784 दैत्य 1060*6 दोष ( अष्टादश ) 2010 दोषत्रय 1162
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