Book Title: Good Night
Author(s): Rashmiratnasuri
Publisher: Jingun Aradhak Trust

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Page 77
________________ अभक्ष्य भोजन से अगले भव में क्या होता है ? अभक्ष्य खाने से पाप बंध होता है. और पाप से दुर्गति में भयंकर दुःख झेलने पड़ते हैं। , 25 चलो अब नरक का इण्टरव्यू लेते हैं। अभक्ष्य भोजन करने वाले, हजारों, लाखों और असंख्य वर्षों तक नरक की पीडा पाते हैं। परमाधामी देव इनको याद दिला दिला कर भयंकर कष्ट देते हैं । “बासी भोजन किया था? द्विदल खाया ? आचार में बेइन्द्रिय जीव थे फिर भी स्वाद वश होकर मजे से खाया तो लो अब तुम्हारे मुंह में गरमागरम शीशा उडेलता हूँ। तेरे ही शरीर के टुकड़े तुझको खिलाता हूँ । भट्टी और ओवन पर तुमको सेक देता हूँ। “मैदा, सूजी और फाईन बेसन की अनेक चीजें शौक से खाता था तो अब तुझे अग्नि में सेकता हूँ। सभी पापों की तरह अभक्ष्य खान-पान का परिणाम नरक में बहुत भयंकर आता है। Jain Education Internationale गुड नाईट - 75 Use Onlwww.jainelibrary.org

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