Book Title: Gathasaptashati
Author(s): Nathuram Shastri
Publisher: Pandurang Javji
View full book text
________________
गाथानुक्रमणिका ।
५।६३
सावि
पोट्टपडिएहिं (केअझ्झसीलस्स) ११८३ | मग्गं चिअ
७६९ पोटें भरन्ति (अलक्कस्स) ३।८५ मज्झह्नपत्थिअस्स (मङ्गलकलसस्स)४९९ फग्गुच्छण (सूरस्स) ४।६९ | मज्झे पअणुअ
७८२ फलसंपत्ती (कुवलअस्स) ३.८२ | मज्झो पिओ फलहीवाहण (कहिलस्स) २१६५ मण्णे आअण्णन्ता
७.४३ फालेइ अच्छभल्लं (कालसीहस्स) २।९ मण्णे आसाओ चिअ फुटन्तेण वि (राअवग्गस्स) ३।४ । मन्दं पि ण आणइ
६।१०० फुरिए वामच्छि (सत्तिहथ्थिस्स) २।३७ | मरगअसूई (पालितस्स) ४।९४ बलिणो बाआबन्धे (भोजअस्स) ५।६ | मसिणं चङ्कम्मन्ती बहलतमा (अहअस्स) ४.३५ | महमहइ मलअवाओ बहुआइ णइ (अद्धराअस्स) ३.१८ महिलाणं चिअ
६।८६ बहुपुष्फभरोणा (माणस्स) २।३ । महिलासहस्स। (हालस्स) २१८२ बहुवल्लहस्स (अल[अ]स्स) १।७२ / महिसक्खन्धवि
६०६० बहुविहविलासरसिए ५१७७ | महुमच्छिआइ
७.३४ बहसो वि (सुरहिवंसस्स) २३९८, महुमासमारुआ (सालि अस्स) २१२८ बालअ तुमाइ दिण्णं (तुङ्गअस्स) ५।१९ मा कुण पडिवक्ख (माअङ्गस्स) २०५२ बाला तुमाहि (हालस्स) ३।१५ मा जूर पिआ (अल्लस्स) ४.५४ बालअ दे वच्च लहुँ ६१८७ माणदुमपरुस
४।४४ भरगपिअसंगमं ५।९१ माणुम्मत्ताइ मए
६।२२ भजन्तस्स वि (हालस्स) २०६७ | माणोसहं व (वाहवस्स) ३।७० भण को ण (महोहिअस्स) ४।१०० | मामि सरसक्खराण
५।५० भण्डन्तीअ (अत्थस्स?) ४।७९ मामि हिअ (वोलएवस्स?) ३।४६ भमइ पलित्तइ जूरइ ५।५४ मारेसि कं ण मुद्धे .
६.४ भम धम्मिअ (......) २१७५ / मालइकुसुमाइँ
५।२६ भरणमिअणील
७६० मालारीए वेल्लहल भरिउच्चरन्त (विसेसरसीहस्स) ४।७७ मालारी ललिउ
६१९६ भरिमो से गहिआहर
११७८ | मा वच्च पुःफ (णन्दणस्स) ४।५५ भरिमो से सअण (उच्छेउस्स) ४।६८ | मा वच्चह वीसम्भं
७८६ भिच्छाअरो (ससिराअस्स) २०६२ मासपसूअं (कइराअस्स) ३।५९ भुजसु जं साहीणं (त्तिलोअणस्स) ४।१६ | मुद्धे अपत्तिअन्ती
७७८ भोइणि दिण्णपहेण ७३ मुहपुण्डरीअछाआइ
७/२४ मअणग्गिणो व्व ६।७२ | मुहपेच्छओ पई
५।९८
६।९८
१. 'कृतज्ञशीलस्य वे.
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 ... 446