Book Title: Gathasaptashati
Author(s): Nathuram Shastri
Publisher: Pandurang Javji

View full book text
Previous | Next

Page 15
________________ १० काव्यमाला । मुहमारुएण (पोटिसस्स) ११८९ वजपडणा (कण्णस्स) ११५४ मुह विज्झवि (वज्जएवस्स) ४१३३ / वणदवमसि (हालस्स) २।१७ मेहमाहिसस्स ६१८४ वण्णअघअलिप्पमुहि ६.१९ रइकेलिहिअणि ५।५५ वण्णकमरहिअस्स ७.१२ रइविरमलजिआओ ५।५९ | वण्णन्तीहिं तुह (सङ्करसत्तिस्स) ४५० रक्खेइ पुत्तों २१ वण्णवसिए विअत्यसि ५।७८ रण्णाउ तणं (अवणाअरस्स) ३३८७ वन्दीअ णिहअ (हालस्स) २०१८ रस्थापइण्ण _(हालस्स) २।४० वसइ जहिं (कित्तिराअस्स) २१३५ रन्धणकम्मणि (भीमसामिणो) १।१४ | वसणम्मि (प्रणालस्स) ४८० रमिऊण पअं (मकरन्दस्स) ११९८ वाआइ किं भणिजड ६।७१ रसिअजण (हालस्स) १११०१ / वाउद्धअसिचअ ६७ रसिअजण (हालस्स) २।१०१ / वाउलिआपरि ७॥२६ रसिअजण (हालस्स) ३।१०१ वाउव्वेल्लिअसाउलि ७१५ रसिअजण ५।१०१ | वाएरिएण (पालितस्स) २१७६ रसिअजण ६।१०१ वावारविसंवाअं ७११६ रसिअ विअ (बह्मआरिणो) ५।५ । वासारत्ते उण्णअ' ५।३४ राअविरुद्धं (बहुल्लस्स) ४।९६ वाहरउ मं (कुसुमराअस्स) २।३१ रुन्दारविन्दमन्दिर ६७४ | वाहित्ता पडिवअणं (रोलएक्स्स) ५।१६ रूअं अच्छीसु (बह्मगतिण्णो) २॥३२ वाहिव्व वेज (वामएवस्स) ४।६३ रूअं सिटुं चिअ ६१७३ वाहौहभरिअ ६।१८ रेहइ गलन्तकेस ५।४६ विकिणइ माह (हालस्स) ३।३८ रेहन्ति कुमुअदल विज्जाविजह (अणुराअस्स) ५।७ रोवन्ति व्व अरण्णे ५।९४ | विञ्झारुहणालावं ७॥३१ लङ्कालआण (अणुराअस्स) ४।११ | विण्णाणगुण (सवरसत्तिस्स?) ३१६५ लजा चत्ता सीलं ६।२४ चिरहकरवत्त (साहिल्लस्स) २।५३ लहुअन्ति (गोविन्दसामिस्स) ३।५५ विरहाणलो (अमिअस्स) १।४३ लुम्बीओ अङ्गण (वत्सस्स) ४।२२ | विरहेण मन्दरेण ५।७५ लोओ जूरइ जूरउ ६।२९ | विरहे विसं व (हालस्स) ३।३५ वअणे वअणम्मि (असोअस्स) ४.५६ / विवरीअसुरअलेहल वइविवर (उद्धवस्स) ३.५७ विसमट्ठिअपिके ६.९५ वक को पुलइ (मेहणाअस्स) २१६४ | वीसत्थहसिअपरि वङ्कच्छिपेच्छि (वप्पसामिणो २०७४ | वेविरसिण्ण (अन्धस्स) ३१४४ ६।६१ १. 'पोटस्य' वे. २. 'सोमराजस्य' वे. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org.

Loading...

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 446