Book Title: Ek Sadhe Sab Sadhe
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

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Page 137
________________ ध्यानयोग-विधि-२ [ संबोधि-ध्यान-शिविर, सांध्य-सत्र, समय: लगभग सवा घंटा] संबोधि-भाव प्रार्थना १० मिनट गोधूलि वेला में साधकगण पंक्तिबद्ध होकर बैठें और तीन बार नवकार मंत्र का सस्वर सामूहिक पाठ करें, पंच-परमेष्ठि की अंतर्दशा का ध्यान करते हुए - नवकार महामंत्र णमो आवारमा णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं, आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं । एसो पंच णमुक्कारो, सव्व पावप्पणासणो, मंगलाणं च सव्वेसिं, पढमं हवई मंगलं । Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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