Book Title: Dwadashar Naychakram Part 01
Author(s): Chaturvijay, Lalchandra Bhagwandas
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 10
________________ द्वादशार-नयचक्रस्य प्रथमभागस्य विषयानुक्रमः। Foreword प्रस्तावना 1 प्रथमोऽरो विधिनयः (विधिभङ्गारः) 2 द्वितीयोऽरो विधिविधिनयः 3 तृतीयोऽरो विध्युभयनयः 4 चतुर्थोऽरो विधिनियमनयः I-VII 9-40 1-96 97-205 206-279 280-314 . अन्तर्गता विषयाः 'मङ्गलाभिधेय-सम्बन्ध-प्रयोजनम् विधि-नियमयोर्मङ्गत्तिखरूपम् सामान्य-विशेष-व्याख्यानम् सामान्य-विशेषानुमान-व्याख्यानम् सामान्य-विशेषाभाव-व्याख्यानम् प्रधानस्य नित्यवृत्ति(प्रवृत्त)त्वम् भेदाभेदयोर्दोषोद्भावनम् कल्पनापोढं प्रत्यक्षज्ञानम् कल्पनापोढ-व्याख्यानम् कारकतायां संचयेऽपि दोषः चक्षुर्विज्ञानसमङ्गीति-विचारणा सञ्चितालम्बनसहतादि-विचारणा द्रव्यार्थिकनयप्रथमभेदे ज्ञानवादः [2] द्रव्यार्थिकनये क्रियावादः हवनक्रिया अपौरुषेयत्वविचारः विधिविधिनये असत्कार्यवादः पुरुषवादः नियतिवादः कालवादः स्वभाववादः विवर्तवादः 1-9 10-13 14-33 16-19 20-21 34-45 46-49 50-53 54-55 56-65 66-81 82-91 "92-96 9798-139 140-151 152-159 160-171 172-183 183-192 192-205

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