Book Title: Digambar Jain Sadhu Parichaya
Author(s): Dharmchand Jain
Publisher: Dharmshrut Granthmala

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Page 632
________________ जन . ' ला. ५८४ ] - दिगम्बर जैन साधु क्षुल्लिका जयप्रभामती माताजी पूर्व नाम-ब्र० आदेशकुमारी जैन जन्म स्थान-आरा ( बिहार ) सन् १९५२ . . . पिता श्री चन्द्ररेखाकुमारजी माता श्री सत्यवती जैन . शिक्षा–बी. ए., बी. एड., टीचर एवं शास्त्री शिक्षा स्थल ब्र० चन्दाबाई आश्रम बिहार ब्रह्मचर्य दीक्षा- तीर्थराज सम्मेदशिखरजी पार्श्वनाथ टौंक सन् १९७३ में।. : धार्मिक संस्कार-बचपन से ही थे दीक्षा गुरु-आर्यिका विजयमती माताजी दीक्षा स्थान–पुन्नूरमलई (मद्रास ) तमिलनाडू दिनांक ४-१०-८४ को : आप बाल ब्रह्मचारिणी थी। दीक्षा लेकर इस बाल अवस्था में आत्म कल्याण के पथ पर अग्रसर हैं । धन्य है आपका जीवन जो उत्कृष्ट मार्ग पर चलकर आत्मावलोकन कर रही हैं। . क्षुल्लिका विजयप्रभामती माताजी पूर्वनाम-कु० सन्ध्या जैन ... ... ... ... . . जाति-परिवार जाति .. .. :: .. . . . . जन्म स्थान--जबलपुर १.१-१-१९६०..: ::.. पितां श्री-मदनलालजी नायक .........: . माताजी-ललिताबाई . . . . . . . . . . . शिक्षा-बी. ए. . .... . .... . . . . . दीक्षा गुरु-आर्यिका विजयमती माताजी आपके ६ बहिनें तथा २ भाई हैं । ३ वर्ष से माताजी के साथ रहकर धार्मिक शिक्षा प्राप्त की तथा माताजी से ही क्षुल्लिका दीक्षा लेकर आत्म साधना में लीन हैं.। अभी भी आप धर्म ग्रन्थों की पढ़ाई कर रही हैं।

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