Book Title: Dhaturatnakar Part 5
Author(s): Lavanyasuri
Publisher: Rashtriya Sanskrit Sansthan New Delhi
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धातुरत्नाकर पञ्चम भाग
महि।
१९२४ निवासण् (निवास) आच्छादने॥ ५ अचहि (अचहयि, अचहि)- षाताम्, षत। ष्ठाः, षाथाम्, १ निवास-यते, येते. यन्ते। यसे. येथे. यध्वे। ये. यावहे | इवम्/वम्/ ध्वम्। षि, ष्वहि, ष्महि।। यामहे।
६ चहयाञ्च-क्रे, काते, क्रिरे। कृषे, क्राथे, कृदवे। क्रे, कृवहे, २ निवास्ये-त, याताम्, रन्। था:, याथाम्, ध्वम्। य, वहि,
कृमहे।।
चहयाम्बभू- वे, वाते, विरे। विषे, वाथे, विवे/विध्वे। वे, ३ निवास्-यताम्, येताम्, यन्ताम्, यस्व। येथाम्, यध्वम्। यै,
विवहे, विमहे ।। यावहै, यामहै।।
चहयामा-हे, साते, सिरे। सिषे, साथे, सिध्वे। हे, सिवहे, ४ अनिवास्-यत, येताम्, यन्त। यथाः, येथाम्, यध्वम्। ये,
सिमहे। यावहि, यामहि ।।
७ चहयिषी (चहिषी)-ष्ट, यास्ताम्, रन्। ष्ठाः, यास्थाम्, ५ अनिवासि (अनिवासयि)-षाताम्, षत। ष्ठाः, षाथाम्,
वम्/ध्वम्। य, वहि, महि।। ड्ढ्व म्/वम्/ ध्वम्। षि, ष्वहि, महि।।
८ चहयिता, चहिता -", रौ, रः। से, साथे, ध्वे। हे, स्वहे, अनिवासि-", षाताम्, षत, ष्ठाः, षाथाम्, ड्ढ्वम्/ध्वम्,
स्महे।। षि, ष्वहि, महि।।
९ चहयिष्, (चहिष्)-यते, येते, यन्ते। यसे, येथे, यध्वे। ये, ६ निवासयाञ्च-क्रे, काते, क्रिरे। कृषे, क्राथे, कृट्वे। क्रे, |
यावहे, यामहे ।। कृवहे, कृमहे।।
१० अचहयिष्, अचहिष् -यत, येताम्, यन्त। यथाः, येथाम्, निवासयाम्बभू- वे, वाते, विरे। विषे, वाथे, विवे/विध्वे।
यध्वम्। ये, यावहि, यामहि ।। वे, विवहे, विमहे।।
१९२६ महण (मह्) पूजायाम्।। निवासयामा- हे, साते, सिरे। सिषे, साथे, सिध्वे। हे,
| १ मह्-यते, येते, यन्ते। यसे, येथे, यध्वे। ये, यावहे, यामहे। सिवहे, सिमहे।। ७ निवासयिषी -ष्ट, यास्ताम्, रन्। ष्ठाः, यास्थाम्,
२ महो-त, याताम्, रन्। था:, याथाम्, ध्वम्। य, वहि, महि। दवम्/ध्वम्। य, वहि, महि।।
३ मह्-यताम्, येताम्, यन्ताम्, यस्व। येथाम्, यध्वम्। यै,
यावहै, यामहै।। निवासिषी-ष्ट, यास्ताम्, रन्। ष्ठाः, यास्थाम, ध्वम्। य, वहि, महि।।
४ अमह्-यत, येताम्, यन्त। यथाः, येथाम्, यध्वम्। ये, ८ निवासयिता, निवासिता -", रौ, र:। से, साथे, ध्वे। हे,
यावहि, यामहि ।। स्वहे, स्महे ।।
५ अमहि (अमहयि, अमहि)- षाताम्, षत। ष्ठाः, षाथाम्, ९ निवासयिष्, (निवासिष्)-यते, येते, यन्ते। यसे, येथे, ड्ढ्व म्/वम्/ ध्वम्। षि, ष्वहि, महि।। यध्वे। ये, यावहे, यामहे ।।
६ महयाच-क्रे, काते, क्रिरे। कृषे, क्राथे, कृट्वे। क्रे, कृवहे, १० अनिवासयिष्, अनिवासिष् -यत, येताम्, यन्त। यथाः, | कृमहे।। येथाम्, यध्वम्। ये, यावहि, यामहि ।।
महयाम्बभू- वे, वाते, विरे। विषे, वाथे, विढ्वे/विध्वे। वे, १९२५ चहण (चह्) कल्कने।।
विवहे, विमहे ।। १ चह-यते, येते, यन्ते। यसे, येथे, यध्वे। ये, यावहे, यामहे।
महयामा- हे, साते, सिरे। सिषे, साथे, सिध्वे। हे, सिवहे, २ चो-त, याताम्, रन्। थाः, याथाम्, ध्वम्। य, वहि, महि। |
सिमहे ।। ३ चह-यताम्, येताम्, यन्ताम्, यस्व। येथाम्, यध्वम्। यै,
। ७ महयिषी (महिषी)-ष्ट, यास्ताम्, रन्। ष्ठाः, यास्थाम्, यावहै, यामहै।।
वम्/ध्वम्। य, वहि, महि।। ४ अचह-यत, येताम्, यन्त। यथाः, येथाम, यध्वम्। ये, | ८ महयिता, महिता -'", रौ, रः। से, साथे, ध्वे। हे, स्वहे, यावहि, यामहि।।
स्महे।।
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