Book Title: Dharmaratnaprakaranam Author(s): Shantisuri, Publisher: Jain Granth Prakashak Sabha View full book textPage 1
________________ AMNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNNN PramananamannaamaanaanaamanaldaiakalalacalilNDAala . आईनमः। श्री जैन ग्रंथ प्रकाशक सभा-ग्रन्थांक-६७ चन्द्रकुलाम्बरनिशाकरश्रीशान्तिमरिसंकलितं स्वोपज्ञवृत्तिसमेतं உலONRARலயிலும் INNNNNNNNNNN RelalalalalmlammaAIDIDARIRAMAY धर्मरत्नप्रकरणम् । AVI शासनसम्राट् पूज्य आचार्य महाराज श्रीविजयनेमिसूरीश्वरपट्टालंकार शास्त्रविशारद पूज्य आचार्य श्रीविजयअमृतसूरीश्वर शिष्य मुनि श्री परमप्रभविजयजी महाराजना सदुपदेशथी चाणस्मा श्री जैन संघ ज्ञानखाता तरफयी तथा. चाणस्मा निवासी शा. प्रेमचंदभाई जीवराजभाई तरफथी भेट प्रकाशक श्री जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा कार्यवाहक शेठ ईश्वरदास मूलचंद, ठेः कीकाभटनी पोळ, अमदावाद खिस्ताब्द-१९५३] धीरनिर्वाण-२४८० [विक्रम संघत-२०१० अलालणामाछाछाम छाणकाजल அருகுகுகுகுகுகுகுகுகுகுகுகு குரு VIVNNNNNNN NNNN NRNAPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 ... 178