Book Title: Dhammapada 12
Author(s): Osho Rajnish
Publisher: Rebel Publishing House Puna

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Page 330
________________ एस धम्मो सनंतनो मगर कला, गणित समझ लेना। देना गणित है, दो! करीब-करीब लोग जानते ही नहीं कि प्रेम देना यानी क्या। मेरे पास इतने लोग आते हैं, उनमें से अधिक की शिकायत यही होती है कि प्रेम नहीं मिलता। मगर कोई यह शिकायत करने नहीं आता कि मैं प्रेम नहीं दे पाता! तब मैं सोचता हूं कि जब किसी को प्रेम नहीं मिल रहा है, तो किससे ये मांग रहे हैं! यही तो देने वाले हैं; यही लेने वाले हैं! पति भी मुझसे आकर कह जाता है कि मुझे प्रेम नहीं मिलता पत्नी से। पत्नी भी मुझसे आकर कह जाती है कि मुझे प्रेम नहीं मिलता पति से। ___ दोनों लेने पर उतारू हैं। देने को कोई राजी नहीं है। मिले कैसे? यह सौदा हो तो हो कैसे? यह बात बने तो बने कैसे? दोनों एक-दूसरे पर नजर लगाए बैठे हैं कि दो। और कोई देना नहीं चाहता। दूसरा भी यही नजर लगाए बैठा है कि दो। दोनों की मांग एक ही है, पूर्ति कैसे हो? पूर्ति तो तब हो सकती है, जब दोनों दें। तो दोनों को मिले। ___ इस जगत से तुम्हें बहुत कम प्रेम मिलता है, क्योंकि तुम देते ही नहीं। नहीं तो यह जगत चारों तरफ से प्रेम से भरा है। यहां फूल-फूल, पत्ती-पत्ती पर प्रेम का संदेश है। यहां कण-कण, रत्ती-रत्ती पर प्रेम की पाती है। परमात्मा तुम्हें बहुत तरह से पातियां भेज रहा है। मगर तुम्हें देने की कला नहीं आती, इसलिए तुम लेने से चूक जाते हो। 'मुकद्दर आजमाना चाहता हूं। मुझे बस प्यार का एक जाम दे दे मैं सब कुछ भूल जाना चाहता हूं।' यहां मैं शराब निश्चित बांटता हूं। मगर वह शराब ऐसी नहीं कि तुम भूल जाओ। वह शराब ऐसी है, जो होश लाए। वह होश लाने वाली शराब है। बेहोशी लाने वाली शराबें तो सब तरफ मिल रही हैं। बेहोशी लाने वाली शराब में कितना मूल्य है ? थोड़ी देर को भूल जाओगे; फिर याद आएगी। और घनी होकर आएगी। थोड़ी देर को भूल जाओगे, तब भी भीतर तो सरकती ही रहेगी। __चिंता से भरा आदमी शराब पी लेता है। चलो, रात गुजर गयी। सुबह फिर चिंताएं वहीं की वहीं खड़ी हैं। और बड़ी होकर खड़ी हैं। क्योंकि रात हल कर ली होतीं, तो उनकी उम्र कम थी। अब रातभर और गुजर गयी। उनकी उम्र ज्यादा हो गयी। वे और मजबूत हो गयीं। उनकी जड़ें और फैल गयीं। फिर शराब पी ली। ऐसे दो-चार-दस दिन गुजार दिए, तो चिंताएं तुम्हारे भीतर गहरी, मजबूती से जड़ जमा लेंगी। उनको हल करना रोज-रोज कठिन हो जाएगा। बेहोशी से कुछ लाभ नहीं है। और तुम संगीत में भी बेहोशी खोजते हो। और तुम सुंदरी में भी बेहोशी खोजते हो। और तुम संपत्ति में भी बेहोशी खोजते हो। और 315

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