Book Title: Deepratnasagars Ssaahity Yaatraa Of 585 Publications 2017
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 33
________________ नमो नमो निम्मलदंसणस्स Folder - 25 यो कमो शिमला III IILLી wift મા III IT! Suntalilia वि દીક્ષા-યોગાદિ વિધિ साहित्य Printed Printed भूमिका कुलकिताबें 4 भाषा-गुज०,सं०,प्रा० कुलपृष्ठ 2961 इस पच्चीसवें फोल्डर में हमने 'विधि साहित्य' को रक्खा है, जिस में हमारी तिन किताबे है, जो गुजराती+[संस्कृत और प्राकृत] भाषा में है। [1] Elel-योull al:- इस किताब में दीक्षाविधि, आवश्यकादि योगविधि, संपूर्ण बड़ी-दीक्षाविधि, पद-प्रदानविधि इत्यादि विधियों का संग्रह है | यह विधि को हमने इस तरह संकलित किया है कि विधि करवानेवाले कोई भी पूज्यश्री किताब के पेज आगेपीछे किए बिना ही Direct विधि करवा सकते ऐसा ये विशिष्ट प्रकाशन है ये किताब मैंने A-5 अर्थात् 8.75 x 5.75 की साईझ में मुद्रित करवाई है | [2] म माराधना al:- (यो साधु + श्राव आराधना ala) [3] साधु-साध्वी धर्म विधि:- ये किताब पंचांग जैसे छोटे कद में print करवाई है, साथ रखनी सरल है, साधु-साध्वी के काळधर्म के वक्त साधु तथा श्रावको को करनेकी विधि का स्पष्ट विभाजन है और अगर कोई पालखी बनाना चाहे तो पालखी की फोटो भी अंतमें रख दिया है | ये किताब मैंने 5.75 x 4.25 की साईझ में मुद्रित करवाई है। [4] वि. संह- १:- इस किताब में दीक्षा-योगादि विधि तो संकलित है ही, इसके अलावा कालिकयोग-विधि, काळग्रहण-विधि, पदप्रदान-विधि, पाटली-विधि, सज्झाय-विधि, तीर्थमाळ विधि आदि अनेक विधिओ को सरलता से कर शके और करवा शके ऐसी स्पष्ट प्रस्तुती के साथ बनी हुई ये किताब है | तदुपरांत व्रतोच्चारणादि उपयोगी बातों का समावेश हुआ है। ये किताब मैंने A-5 अर्थात् 8.75 x 5.75 की साईझ में मुद्रित करवाई है। - मुनि दीपरत्नसागर... Muni Deepratnasagar's 585 Books [1,03,130 Pages] Mobile: +91-9825967397 Email: jainmunideepratnasagar@gmail.com मुनि दीपरत्नसागर की 585..... | Page 33 of 60 | .....साहित्य कृतियो का परिचय

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