Book Title: Deepratnasagars Ssaahity Yaatraa Of 585 Publications 2017
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 42
________________ 30 38 52 मुनि दीपरत्नसागर की 585 साहित्य-कृतियों की सूचि (कुल पृष्ठ- 1.03,130) -2 क्रम साहित्य-कृति का नाम | कुलपृष्ठ भाषा 033 आगम ३२ देविंदत्थओ पइण्णसुत्त ०९ मूलं प्राकृत 034 आगम ३३ए मरणसमाहि पइण्णसत्त मुलं 51 प्राकृत 035 आगम ३३बी विरत्थव चउसरणं पड़ण्णसुत्त १०बी मूलं 15 प्राकृत 036 आगम ३४ निसिह छेयसुत्त ०१ मूलं. 90 प्राकृत 037 आगम ३५ बृहत्कप्पो छेयसुत्त ०२ मूलं 26 प्राकृत 038 आगम ३६ ववहार छेयसुत्त ०३ मूलं प्राकृत 039 आगम ३७ दसासूयक्खंध छेयसुत्त ०४ मुलं 34 प्राकृत 040 आगम ३८ए जीयकप्पो छेयसुत्त ०५ए मूलं 21 प्राकृत 041 आगम ३८बी पंचकप्पभाष छेयसत्त ०५बी मलं 164 प्राकृत 042 आगम ३९ महानिसिह छेयसुत्त ०६ मूलं 154 प्राकृत 043 आगम ४० आवस्सयं मूलसुत्त ०१ मूलं 22 प्राकृत 044 आगम ४१ए पिंडनिज्जुत्ती मूलसुत्त ०२ए मूलं 78 प्राकृत 045 आगम ४१बी ओहनिज्जुत्ती मूलसुत्त ०२बी मूलं प्राकृत 046 आगम ४२ दसवेयालीयं मूलसुत्त ०३ मूलं 46 प्राकृत 047 आगम ४३ उत्तराज्झयणम् मूलसुत्त ०४ मूलं 114 प्राकृत 048 आगम ४४ नंदिसूयं चूलिकासुत्त ०१ मूलं 34 प्राकृत 049 आगम ४५ अनुओगदारं चूलिकासुत्त ०२ मूलं 74 प्राकृत 050 आगम ०१ आयारो पढमं अंगसुत्तं मूलं 103 प्राकृत 051 आगम ०२ सूयगडो बीइअं अंगसत्तं मला प्राकृत 052 आगम ०३ ठाणं तइअं अंग 141 प्राकृत 053 आगम ०४ समवाओ चउत्थं 81 प्राकृत 054 आगम ०५ भगवई पंचमं अंगसत्तं मूलं 565 प्राकृत 055 आगम ०६ नायाधम्मकहाओ षष 159 प्राकृत 056 आगम ०७ उवासगदसाओ सत्तम अंगसत्तं मूलं 34 प्राकृत 057 आगम ०८ अंतगडद्दसाओ अहम अंगसुत्तं मूलं प्राकृत 058 आगम ०९ अनुत्तरोववाइदसाओ नवम अंगसुत्तं मूलं 10 प्राकृत 059 आगम १० पण्हावागरणं दसमं अंगसुत्तं मूलं 35 प्राकृत 060 आगम ११ विवागसूयं एक्कारसमं अंगसुत्तं मूलं 42 प्राकृत 061 आगम १२ उववाइयं पढम उवंगसुत्तं मूलं 38 प्राकृत 062 आगम १३ रायपसेणियं बिडअं 62 प्राकृत 063 आगम १४ जीवाजीवाभिगम तइयं 152 प्राकृत 064 आगम १५ पन्नवणा चउत्थं उवंगसत्तं मूलं 202 प्राकृत 85 31 Page 42 of 60

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