Book Title: Chaupannamahapurischariyam
Author(s): Shilankacharya, Amrutlal Bhojak, Dalsukh Malvania, Vasudev S Agarwal
Publisher: Prakrit Text Society Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 437
________________ ३५४ चउप्पन्नमहापुरिसचरियं । ४८ मातङ्गस्तत्परिवारश्च ४९ मेरुशिलानामानि ५० यक्षाः ५१ राक्षसर्वशीयनर-नार्यः ५२ राजगृहपाटकः ५३ राजसभा अणहिया अइपंडुकंबल किरिमाल कुंभयण्ण जागलंदा सालवाहणऽस्थाणि चित्त भइरत्तकंबल खरदूसण वेसमण बिहीसण भूयदिण्ण सुठ्ठिय पंडुकंबल मेहणिणाय रत्तकंबल सुप्पणहा संभू ५४ राज-युवराजाः तेषां परिवारश्च चित्रलेखा चुलणा दसण्ण दसण्णभद्द पुरिससीह चेल्लणा अइबल अक्खोह अखोह अग्गिसिह अजायसत्तु अज्जुण जण्हु जण्हुकुमार जया कणगमई। कणगमती| कणयमती कत्तविरिय कमलसिरी कयवम्म करेणुदत्त कविल कंस कंसासुर कालिंदी कुमारपाल कुलिसबाहु कुंती कोती कुंभ मंगला मिगावई मियावई मियावती मिरिह मिरियी मिरी मिरीची मिरीयी पुहइपाल पुहई पुंडरी पूरण बउलमती बन्धुमती बल बलभद्द अणंगवई अणंगसुंदरी दसरह दहिवाहण दीह दुज्जोहण दुलहराय देवई । देवती । देवी धयरठ घर धरण धारिणी जराकुमार जरातणय जरासुय जलणवीरिय जंबई जंबवती बंधुमई बभ जाला जियसन्तु बभी " केकई पउम पउमावती अणाहिठ्यि अभयकुमार अभिणंदिया अभिचंद अमियवाहण अयल अरविंद अर्जुनदेव अवराइय असोयचंद भसोयभद्द अंबुवीरिय आइच्चजस आससेण ईसाणचंद कोसला खंडभद्द जीवजसा जुहिठिल णउल णमि णरसेण खेमकर पज्जुण्ण पज्जोय गंदा मेहकुमार मेहरह रयणमाला राजशेखर राजीमती रामा रायमई। रायमती रिखुपडिसत्तु रुप्पा रेणुया रोहिणी लक्खणा लक्ष्मीधर लच्छिमती लच्छी लीलावती वइरजंघ वइरदत्त वइरसेण লাহু बज्जावि गयसुकुमाल गंगदत्त गंगेय गंधारराइ गंधारी गुणचंद घणरह चकाउह चन्द्रापीट चंदउत्त चंदकता चंदणा चंदप्पभा चंदसीह बाहुबली भरह भागीरह भाणु भीमसेण भोय मणिरह मणोरमा मद्दी महाकच्छ महाजस महापीढ महाबल पयावई शंदिणी पयावति णंदिवद्धण पसष्णचंद णंदिसेण पसेणइ तारा तिसलादेवी पहत्थ तेयवीरिय पहावती तेलोक्कसुंदरी थिमिम थिमियसागर पिहुसेण दइच्चय पीढ दढरह पुप्फचूल पुष्फबई दढवम्म पुष्फरती For Private & Personal Use Only उग्गसेण उदयण महावीरिय महासीह (सित्र) महासेण महिहर महिंदसीह कच्छ कडय कडयावई Jain Education International " वज्जवीरिअ वज्जाउह बप्पा www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464