Book Title: Chandravyakaranam
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

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Page 263
________________ 230 ] चाव्याकरणम् शुद्धिसूची पृष्ठाङ्क अशुद्धम् शुद्धम् 17 / सूत्र 12 // वश्येन वंश्येन 28 / सूत्र 61 खञ् कञ् . 31 / सूत्र 123 / वा० वा . 31 / प्रथमे टिप्पणे तद्वत्तौ तद्वत्ती 31 // द्वितीये टिप्पणे निदशे निर्देशे 37 / सूत्र 102 रात्री रात्रि४७। सूत्र 112 नस् शस् 71 / सूत्र 68 ससजुषः रः स-सजुषः रुः 101 / सूत्र 63 वृ-त वृ-तृ१०४। सूत्र 63 कित 104 / सूत्र 66 कसिः असिः 126 / सूत्र 103 इष्ठवच्च इष्टवच्च *मुद्रणदोषाद् दृष्टिदोषान्मतिमान्याच्च प्रन्या प्रपि काश्चनाशुखयोऽत्र संजातास्ताः सर्वाः समन्ता विचक्षणाः संशोषयन्तु च करुणां कृत्वेति संपादकप्रार्थनम् / س . سه णित .. // इति समाप्तं सर्वाङ्गं चान्द्रव्याकरणसंशोधन-संपादनम् / /

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