Book Title: Chandravyakaranam
Author(s): Bechardas Doshi
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan Jodhpur

View full book text
Previous | Next

Page 268
________________ 12. राजस्थानी हस्तलिखित-ग्रन्थ-सूची, भाग 1 (ग्र 44) मार्च 1958 तक के ग्रन्थों का विवरण; संपादक -पद्मश्री मुनि जिनविजय, पुरातत्त्वाचार्य, (1960 ई०)। मू. 4.50 13. राजस्थानी हस्तलिखित-अन्य-सूची, भाग 2 (ग्र० 58) 1958-59 के संग्रहीत ग्रंथों का विवरण; संपादक - डॉ० पुरुषोत्तमलाल मेनारिया (2+61) 1961 ई.।। मू. 2.75 14. स्व० पुरोहित हरिनारायणजी विद्याभूषण ग्रन्थ-संग्रह सूची, (ग्र० 55), संपादक - श्री गोपालनारायण बहुरा और श्री लक्ष्मीनारायण गोस्वामी (8+163+38), 1961 ई. / . मू. 6.25 15. मुंहता नैणसी री ख्यात, भाग 1. (ग्र. 48), मुंहता नैणसी कृत साधारणतः राज स्थान देशीय एवं मुख्यतः मारवाड़ राज्य का प्रथम प्रामाणिक ऐतिहासिक ग्रन्थं; संपादक - प्रा० श्री बदरीप्रसाद साकरिया (11+365), 1960 ई०। मू. 8.50 16. म नै० री ख्यात भाग 2, (ग्र० 46), सं० प्रा० बदरीप्रसाद साकरिया (11+343) 1962 ई० / मू. 6.50 17. मुं० नै० री ख्यात भाग 3, (ग्र० 72)(2+264) 1964 ई० , मू. 8.00 18. सूरजप्रकास भाग 1, (ग्र० 56), चारण करणीदान कविया कृत, सामान्य रूप से मारवाड़ का ऐतिहासिक विवरण व विशेषतः जोधपुर के महाराजा अभयसिंहजी व सरबुलन्दखान के बीच हए अहमदाबाद के युद्ध का समकालीन वर्णन: संपादक - श्री सीताराम लाळस (20+310+37), 1961 ई०। / मू. 8.00 सूरजप्रकाश भाग 2, (ग्र० 57), संपादक - श्री सीताराम लाळस (8+363+61) 1962 ई० / मू. 6.50 20. , भाग 3, (ग्र० 58), (97+275+84) 1963 ई० / मू. 6.75 21. नेहतरंग, (ग्र० 63), बूंदी नरेश राव बुधसिंह हाड़ा कृत, काव्य शास्त्रीय ग्रन्थ संपादक - श्री रामप्रसाद दाधीच (32+120), 1961 ई०। मू. 4.00 . 22. मत्स्य-प्रदेश की हिन्दी साहित्य को देन, (ग्र०६६), लेखक डा. मोतीलाल गुप्त, पूर्वी राजस्थान में हस्तलिखित ग्रन्थों की खोज विषयक शोध-प्रबन्ध; (6+266), 1960 ई०। मू. 7.00 23. राजस्थान में संस्कृत साहित्य की खोज, (ग्र० 31), श्री ब्रह्मदत्त त्रिवेदी द्वारा प्रोफेसर एस. प्रार. भाण्डारकर लिखित हस्तलिखित संस्कृत ग्रन्थों की खोज में मध्यप्रदेश व राजस्थान में 1605-6 ई० में की गई खोज-रिपोर्ट का हिन्दी अनुवाद (2+77 +19), 1963 ई० / मू. 3.00 24. समदर्शी प्राचार्य हरिभद्र, (ग्र० 68), लेखक पं० सुखलालजी, हिन्दी अनुवादक. , शान्तिलाल म. जैन, राजस्थान के गण्यमान्य साहित्यकार एवं विचारक आचार्य हरि- भद्र का जीवन-चरित्र और दर्शन, (+122), 1963 ई० /

Loading...

Page Navigation
1 ... 266 267 268 269 270