Book Title: Chandraprabhacharitam
Author(s): Virnandi, Amrutlal Shastri
Publisher: Lalchand Hirachand Doshi Solapur

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Page 605
________________ चन्द्रप्रमचरितम् अशोक (२.१३): इसी नामसे प्रख्यात वृक्ष कदम्ब (२.२२): इसी नामसे प्रख्यात वृक्ष कणिकार (८.३१): कचेर क्रमुक (२.११५) : सुपाड़ीका वृक्ष काञ्चनार (८.२५) : कचनार कुटज (२.१९): कौरैया कुन्द (२.१८): इसी नामसे प्रसिद्ध वृक्ष वृक्ष-नाम कुरबक (८.८) लाल कटसरैया चम्पक (२.१६) : चम्पा चूत (२.१२): आमका वृक्ष तमाल (९.२): इसी नामसे विख्यात काले रंगका वृक्ष तिलक (२.१५) : तालमखाना नवमल्लिका (२.२१): वसन्ती नेवारी वृक्ष नागशाखिन् (१७.८२) : नाग पलाश (२.१७) : ढाक पुन्नाग (२.३२) : नागकेसर बकुल (२.१४) : मौलसिरी बाण (२.१०): इसी नामसे प्रसिद्ध वृक्ष मल्लिका (२.१३७) : छोटी बेला सप्तपर्ण (६.९): सप्तच्छद सल्लकी (१४.६२) : सलई वृक्ष अङ्गद (१३.६) बाजूबन्द कटक (१७.४९) : कड़े कर्णपूर (२.७) कुण्डल (१३.४) चूडारत्न (१५.१७) : चूडामणि नूपुर (९.३): पायल आभूषण-नाम प्रालम्ब (१५.१७) : लम्बा हार मणिकङ्कण (१५.१६) मणिमाला (१०.५९) मणिमुद्रिका (१७.४९) मुकुट (७.९३) मौक्तिकमाला (१५.१६) रत्नकण्ठिका (१५.१७) रशना (७.८९): करधनी हार (९.७) हारयष्टि (१.६) हारलता (१३.३) हारलतिका (७.८५) शस्त्रास्त्र-नाम अचलास्त्र (६.१०५) अब्दास्त्र (६.१०५) अर्धचन्द्र (१५.७१) असि (६.१०६) आग्नेयास्त्र (६.१०५) इषु (६.५४) उद्यमास्त्र (६.१०५) कुन्त (१५.१०८) कुलिश (६.१०५) गदा (१५.१२८) गरुडास्त्र (६.१०५) चक्र (१५.१२७) चाप (२.५) तन्द्रास्त्र (६.१०५) तपनास्त्र (६.१०४) तामसास्त्र (६.१०३) दण्ड (१५.४८) पवनास्त्र (६.१०५) प्रास (१५.१०८) भुजगास्त्र (६.१०५) मुद्गर (१५.१२७) वज्रमुष्टि (१५.१२९) विघ्नविनायकास्त्र (६.१०५) शक्ति (१५.१२८) शंकु (१५.८६) सिद्धयस्त्र (६.१०५) हेति (६.१०६) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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