Book Title: Chandraprabhacharitam
Author(s): Virnandi, Amrutlal Shastri
Publisher: Lalchand Hirachand Doshi Solapur

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Page 612
________________ १०. संकेत-विवरण ग्रन्थ-संकेत ग्रन्थ-नाम ग्रन्थ-प्रकाशन माणिकचन्द्र दि० जैन ग्रन्थमाला, बम्बई चौखम्बा, वाराणसी अनगार० अनेकार्थध्वनि० अनेकार्थसं० अभिधा० अलङ्कारचि. अनगारधर्मामृतम् अनेकार्थध्वनिमञ्जरी अनेकार्थसंग्रहः अभिधानचिन्तामणिः अलङ्कारचिन्तामणिः आत्मानुशासनम् आप्तमीमांसा आत्मानु आप्तमी० उ० पु० का० नी० काव्यप्र० उत्तरपुराणम् कामन्दकीय नीतिसारः जैनेन्द्र प्रेस, कोल्हापुर जीवराज जैन ग्रन्थमाला, सोलापुर जैनसिद्धान्तप्रकाशिनी संस्था, कलकत्ता भारतीय ज्ञानपीठ, काशी आनन्दाश्रम, पूना ज्ञानमण्डल, वाराणसी चौखम्बा, वाराणसो निर्णयसागर, बम्बई काव्याद० काव्यानु० किरात कृष्णविलास प्रेस, तंजौर क्षत्रचू० चं० च० जिनदत्तच० त० सू० तत्त्वार्थवा० तिलोय. त्रिषष्टिस्मृति त्रिषष्टिशलाकापु० द्वि०सं० काव्यप्रकाशः काव्यादर्शः काव्यानुशासनम् किरातार्जुनीयम् क्षत्रचूडामणिः चन्द्रप्रभचरितम् जिनदत्तचरितम् तत्त्वार्थसूत्रम् तत्त्वार्थवार्तिकम् तिलोयपण्णत्ती त्रिषष्टिस्मृतिशास्त्रम् त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरितम् द्विसन्धानमहाकाव्यम् धनञ्जयनाममाला धर्मशर्माभ्युदयम् नोतिवाक्यामृतम् नैषधीयचरितम् प्रस्तुत ग्रन्थ माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, बम्बई दिगम्बर जैन पुस्तकालय, सूरत भारतीय ज्ञानपीठ, काशी जीवराज जैन ग्रन्थमाला, सोलापुर माणिकचन्द्रदिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, बम्बई श्री जैन आत्मानन्दसभा, भावनगर निर्णयसागर, बम्बई भारतीय ज्ञानपीठ, काशी निर्णयसागर, बम्बई माणिकचन्द्र दि० जैन ग्रन्थमाला, बम्बई निर्णयसागर, बम्बई ध० नाम. धर्मश० नीतिवा० नैषध० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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