Book Title: Bhartiya Sahitya ke Nirmata Anandghan
Author(s): Kumarpal Desai
Publisher: Sahitya Academy

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Page 58
________________ आनंदघन और यशोविजय : 53 6. 'श्री आनंदघन चोवीशी', विवेचक : श्री मोतीचंद कापड़िया, प्रका, महावीर जैन विद्यालय, ऑगस्ट क्रांति मार्ग, मुंबई-400036, प्रथम आवृत्ति ई. स. 1970, पृ. 47 7. 'श्री आनंदघनजीनां पदो' भा. १, ले. मोतीचंद कापड़िया, प्रकाशक श्री महावीर जैन विद्यालय, ऑगस्ट क्रांति मार्ग, मुंबई-400036, ई. स. 1982, पृ. 303 'श्रीमद् यशोविजयोपाध्याय विरचित गूर्जर साहित्य संग्रह' (प्रथम विभाग), प्रकाशक : शा. बावचंद गोपालजी, मुंबई, पृ. 123 _ 'श्री आनंदघनजीनां पदो' भाग १, ले. मोतीचंद कापड़िया, प्रकाशक श्री महावीर जैन विद्यालय, ऑगस्ट क्रांति मार्ग, मुंबई-400036, ई. स. 1982, पृ. 438 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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