Book Title: Bhagwati Sutra Ka Darshanik Parishilan
Author(s): Tara Daga
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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120,123,124
129
97
96 93 205, 207 209, 210 250-252 164, 165 111
देव
परमाणु परमाणु बंध परिणामिक परिमाण परिवर्त्त परिहार परिव्राजक परिषह परोक्षज्ञान पर्याप्तक पर्याय पर्यायार्थिक नय पादपोपगमन मरण पानक-अपानक पार्श्वनाथ पापित्यीय पुद्गल पुद्गल परिवर्त
द्रव्य
77
193
त्रस
102, 105 त्रीन्द्रिय
106 थलचर
108... -- दर्शन-आत्मा दर्शन आराधना 230 दिक् (दिशा) 145, 146 दिशाप्रोक्षण तापसचर्या 211
109, 110 देवानन्दा
48
76, 97 द्रव्य-आत्मा
96 द्रव्यार्थिक नय 193, 194 द्वीन्द्रिय
106 धर्मास्तिकाय
133 धूम दोष
243 ध्यान
249 ध्रौव्य
76, 77 नभचर
108 नय
189, 190 निकाचन
286 निगोद
103 निमित्तवाद
208, 209 निराकारोपयोग 88, 159 निर्गंथ
258 निर्जरा
288, 289 निर्विकल्पक
165
107 नैश्चयिक नय
195, 196 पंच महाव्रत
231 पंचविध व्यवहार 229 पंचेन्द्रिय
106 पंडितमरण
256
256 208
200, 201 116,117,118 122, 123
पुद्गली
99
पुनर्जन्म
287
पुलाक
258
7
102
268 285
23
246
नैरयिक
पृथ्वीकायिक पौषध प्रकृतिबंध प्रज्ञापनासूत्र प्रतिसंलीनता प्रतिसेवना प्रत्यक्षज्ञान प्रत्यक्ष प्रमाण प्रत्याख्यान प्रदेशबंध प्रदेशार्थिक नय
233 163 168 271 285 194
310
भगवतीसूत्र का दार्शनिक परिशीलन

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