Book Title: Bhagwati Sutra Ka Darshanik Parishilan
Author(s): Tara Daga
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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प्रमाण
प्राण
प्रायश्चित
बकुश
बालमरण
भक्तप्रत्याख्यान मरण
भगवती
भद्रबाहु
भाववान
भावार्थिक न
भिक्षाचर्या भिक्षु प्रतिमा
भुजपरिसर्प
भूत
मंखलि
मंगलाचरण
मन
मनः पर्यवज्ञान
मनुष्य
मरण
मल्लि
महाबल
महावीर
मुक्ति
मुद्गल परिव्राजक
मूर्त
मूलगुणप्रत्याख्यान मेघकुमार
यावत्कथिक अनशन
योग
योग-आत्मा
रज्जु
शब्दानुक्रमणिका
166
94
237, 238
258
255, 256
256
28
9
80
193
241, 242
253, 254
108
4
202, 207
57
100
164
109
255, 256
23
47
5, 22
290
48
80
272
22
240
283
96
72
रस
रसपरित्याग
श्या
लोक
लोक-परिमाण
लोकसंस्थान
लोकस्थिति
लोकाकाश
वनस्पतिकायिक
वर्ण
वानप्रस्थ
विज्ञ
विधानादेश
विनय
विनयवादी
विभज्यवाद
वीर्य - आत्मा
वेद
वेदना
वैयावृत्य
व्यय
व्यवदान
व्यवसाय
व्यवहारिक नय
व्याख्याप्रज्ञप्ति
व्युत्सर्ग
शतक
शमन
शिक्षाव्रत
शिवराजर्षि
श्रमण
119
245
291, 292
66-68
71, 72
70
70
144
103
119
210, 211
103
94
195
247
214
176
97
94
288
248
76, 77, 91
280
167
195
27, 28
249, 250
30, 31
219
267
46
218
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