Book Title: Bhagwan Parshwanath ki Parampara ka Itihas Purvarddh 01
Author(s): Gyansundarvijay
Publisher: Ratnaprabhakar Gyan Pushpamala Falodi

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Page 3
________________ n waruna.00000000000. प्रकाशक लिछमीलाल मिश्रीलाल वैद्य महता __ मन्त्री श्री रत्नप्रभाकर ज्ञान पुष्पमाला फलोदी (मारवाड़) Godaesaas.4.Mess.०............cccessow..- ..-000000ses इस ग्रन्थ के शुरू के १६५ फार्म, इनर टाईटल तथा उसके बाद के फार्म आदर्श प्रिन्टिंग प्रेस, केसरगंज अजमेर में छपे हैं। avistone सर्व हक्क स्वाधीन - इस ग्रन्थ के अन्त के ३५ फार्म, १६६ से २०० तक श्री नथमलजी लूणिया द्वारा सस्ता साहित्य प्रेस ब्रह्मपुरी अजमेर में छपे हैं। संचालक-जीतमल लूणिया मुद्रकपाबू चिम्मनलाल जैन आदर्श प्रिंटिंग प्रेस, कैसरगंज, अजमेर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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