Book Title: Bhagvati Sutram Part 03
Author(s): Sudharmaswami, 
Publisher: Hiralal Hansraj

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Page 209
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir व्याख्या ९ शतके प्राप्ति | उद्देशा५ ॥७७९॥ ॥७७९॥ FARRORSCAMACLASCAMOLX है तमःप्रभामां होय. ३ अथवा एक शर्कराप्रभामां एक पंकप्रभामां अने एक तमःतमःप्रभामां होय. एम वालुकाप्रभाने छोडीने त्रण विकल्प थाय.) १ अथवा एक शर्कराप्रभामा एक धूमप्रभामां अने एक तमःप्रभामा होय. २ अथवा एक शर्कराप्रभामां एक धूम६ प्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. (एम पंकप्रभाने छोडीने बे विकल्प थाय.) १ अथवा एक शर्कराप्रभामां एक तमःप्रभामां र अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. (ए रीते धूमप्रभाने छोडीने एक विकल्प थाय.) ए प्रमाणे शर्करा० ना ४-३-२-१ मळीने | दश विकल्पो थाय . १ अथवा एक वालुकाप्रभामां एक पंकप्रभामां अने एक धूमप्रभामां होय. २ अथवा एक वालुकाप्रभामां 8| एक पंकप्रभामां अने एक तमःप्रभामां होय. ३ अथवा एक वालुकाप्रभामां एक पंकप्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. (ए रीते वालुका० साथे त्रण विकल्प थया.) १ अथवा एक वालुकाप्रभामां एक धूमप्रभामां अने एक तमामां होय. २ अथवा एक वालुकाप्रभामा एक धूमप्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. (पंक० छोडीने बे विकल्प.)१ अथवा एक वालुकाप्रभामां एक तमामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. (ए एक विकल्प मळी वालुका. साथे छ किकल्प थया.) १ अथवा एक पंकप्रभामां एक धूमप्रभामां अने एक तमःप्रभामां होय. २ अथवा एक पंकप्रभामा एक धूमप्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. ३ अथवा एक पंकप्रभामां एक तमःप्रभामां अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. (एम पंक० साथे त्रण विकल्प थया.) १ अथवा एक धूमप्रभामां एक तमःप्रभामा अने एक अधःसप्तम नरकमां होय. ((धूम साथे एक विकल्प थयो. १५-१०-६-- १-ए बधा मळीने त्रिकसंयोगी पांत्रीस विकल्प थया. ए प्रमाणे त्रण नैरयिकोने आश्रयी एक संयोगी , द्विकसंयोगी ४२, अने त्रिकसंयोगी ३५ मळीने कुल ८४ विकल्प थाय छे.) NAGAR For Private and Personal Use Only

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