Book Title: Balmanorama
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Page 786
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 784 कौमुद्युत्तरार्धगतसूत्रसूचिकाः / सूत्रम् पार्श्वम् / सूत्रम् पार्श्वम् 3806 गोबिडालसिंह० (6-2-72) 753 3128 चलनशब्दार्था० (3.2-148) 564 3775 गौः सादसादि० (6-2.41) 751 3966 चवायोगे प्रथमा (8.1-59) 765 3582 प्रसितस्कभित० (7-2-34) 733 3970 चादिलोपे विभाषा (8-1-63) 765 3234 ग्रहवृदृनिश्चिगमश्च (3-3.58) 677 3965 चादिषु च (8-158) 765 2412 अहिज्यावयि० (6-1-16) 173 2647 चायः की (6.1-21) 347 2562 प्रहोऽलिटि दीर्घः (7.2-37) 283 3511 चायः की (6-1-35) 729 3796 प्रामः शिल्पिनि (6.2.62) 753 3969 चाहलोप एवे० (8-1-62) 765 3818 ग्रामेऽनिवसन्तः (6-2-84) 754 2329 चिणो लुक् (6-4-104) 98 2639 प्रो यङि (8-2-20) 345 2762 चिण्णमुलोर्दी?० (6-4 93) 438 3119 ग्लाजिस्थश्च ग्स्नु:(३.२-१३९)५६१ 2513 चिण्ते पदः (3.160) 237 घ 2758 चिण्भावकर्मणोः (3-1-66) 432 3463 घच्छौ च (4.4.117) 726 3710 चितः (6 1.163) 746 3236 घनपोश्च (2-4-38) 678 2893 चित्यानिचित्ये च (3-1-132)493 3187 घनि च भावकरणयोः(६-४-२७)६६८ 2807 चित्रीकरणे च (3-3-150) 465 3550 घसिभसोर्हलि च (6-4-100) 731 3620 चिदिति चोप० (8-2-101) 736 2462 धुमास्थागापाज० (6-4-66) 201 3282 चिन्तिपूजिक० (3.3.105) 690 3063 घुषिरविशब्दने (7-2-23) 546 2569 चिस्फुरोौँ (6.1.54) 291 3584 घोर्लोपो लेटि वा (72-70) 734, 3861 चीरमुपमानम् (62.125) 757 3819 घोषादिषु च (6-2-85) 754 | 3868 चूर्णादीन्यप्रा० (6-2 134) 757 2471 ध्वसोरेद्धाव० (6-4-119) 207 | 3860 चेलखेटकटु० (6-1-126) 757 3354 चेले कोपेः (3-4.33) 712 3700 ङयि च (6-1-212) 742 3652 चौ (62-222) 3724 ङ्याश्छन्दसि० (6-1-178) 747 2561 च्छोः शूडनुना० (6-4-19) 282 2221 चिल लुङि (3.1-43) 2436 चक्षिङः ख्याञ् (2-4-54) 187 | 2222 च्लेः सिच् (3 1.44) 28 2315 चङि (6-1-11) 90 3677 चड्यन्यतरस्याम् (6-1-218)741 3421 छन्दसि गत्यर्थेभ्यः(३-३-१२९)७२३ 2863 चजोः कु घिण्यतोः (7-3-52) 486 3495 छन्दसि घस् (5-1-106) 728 3682 चतुरः शसि (6-1-167) 741 | | 3492 छन्दसि च (5.1-67) 728 3777 चतुर्थी तदर्थे (6-2-43) 752 3507 छन्दसि च (5-4.142) 728 3396 चतुर्थ्यर्थे बहुलं० (2-3-62) 722 3532 छन्दसि च (6-3.126) 730 3964 चनचिदिवगोत्रादि०(८-१-५७)७६५ | 3450 छन्दसि ठञ् (4.3 19) 726 2636 चरफलोश्च (7-4-87) 344 | 3407 छन्दसि निष्टळ० (3.1.123)722 2930 चरेष्टः (3.2.16) 509 3391 छन्दसि परेऽपि (14-81) 721 3352 चर्मोदरयोः पूरेः (3-4.31) 712 3387 छन्दसि पुनर्वस्वो०(१-२.६१) 721 For Private And Personal Use Only

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