Book Title: Balmanorama
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 792 कौमुद्युत्तरार्धगतसूत्रसूचिकाः। सूत्रम् पार्श्वम् / सूत्रम् पार्श्वम् 3557 बहुलं छन्दसि (7 1-8) 731 | 349. भावे च (4-4-144) 727 3558 बहुलं छन्दसि (7-1-10) 731 3252 भावेऽनुपसर्गस्य (3-3-75) 681 3578 बहुल छन्दसि (7-1-103) 733 3597 भाषायां सद० (3-2-108) 556 3586 बहुलं छन्दसि (7-3-97) 734 2720 भासनोपसम्भाषा (1-3-47) 411 3598 बहुलं छन्दसि (7-4-78) 735 2931 भिक्षासेनादायेषु च (3-2-17)509 3546 बहुलं छन्दस्व० (6-4-75) 731 3042 भित्तं शकलम् (8-2.59) 539 2991 बहुलमाभीक्ष्ण्ये (3-2-81) 527 2866 भिद्योध्यौ नदे (3-1-115) 487 3896 बहुव्रीहाविद० (6-2-162) 760 3154 मियः कुक्लुकनौ (3.2-174) 569 3735 बहुव्रीहौ प्रकृत्या० (6-2-1) 748 2492 भियोऽन्यतरस्याम् (6-4 115)221 3840 बहुव्रीहौ विश्वं० (6-2-106) 756 2595 मियो हेतुभये० (7-3-40) 320 3909 बहोर्नवदुत्तर० (6-2-175) 761 3173 भीमादयोऽपादाने (3-4-74) 664 3764 बह्वन्यतरस्याम् (6-2-30) 750 2594 भीस्म्योर्हेतुभये (1-3-68) 319 2672 बाष्पोष्मभ्या० (3-1-16) 383 |3675 भीहीभृहुमद० (6-1-192) 741 2593 बिभेतेहेतुभये (6-1-56) 319 | 2491 भीहीभृहुवां० (3-1-39) 220 2752 बुधयुधनशजने० (1-3-86) 426 | 2877 भुजन्युजौ पाण्यु०(७-३-६१)४८९ 2998 ब्रह्मभ्रूणवृत्रेषु क्विप् (3-2.87)529 | 2737 भुजोऽनवने (1-3-66) 416 2452 ब्रुव ईट् (7-3.93) 196 3159 भुवः संज्ञान्तरयोः(३-२-१७९) 571 2450 ब्रुवः पञ्चाना० (3-4.84) 195 3118 भुवश्च (3.2.138) 561 2453 ब्रुवो वचिः (2-4-53) 196 3447 भुवश्च (4-1-47) 725 3610 ब्रूहिप्रेष्यश्रौष० (8-2-91) 736 3605 भुवश्च महाव्याहृतेः (82.71)735 भ 2855 भुवो भावे (3-1-107) 483 3805 भक्ताख्यास्तदर्थेषु (6-2-71) 753 2174 भुवो वुग्लुड्लिटो:(६-४-८८) 10 2976 भजो ण्विः (3-2-62) 522 2995 भूते (32-84) 528 3141 भाभासमिदो० (3-2-161) 566 2797 भूते च (3-3-140) 462 2764 भञ्जुश्च चिणि (6-4-33) 440 3170 भूतेऽपि दृश्यन्ते (3-3-2) 663 3517 भय्यप्रवय्ये च० (6-1-83) 729 2224 भूसुवोस्तिहि (7-3-88) 28 2181 भवतेरः (7-4-73) 12 2496 भृञामित् (7 4-76) 223 3171 भविष्यति गम्यादयः (3-3-3)663 2861 भृञोऽसंज्ञायाम् (3-1-112) 485 2794 भविष्यति मर्या०(३-३-१३६) 461 2667 भृशादिभ्यो भु० (3.1-12) 378 3456 भवे छन्दसि (4-4-110) 726 2885 भोज्यं भक्ष्ये (7-3-69) 491 2894 भव्यगेयप्रवच० (3-4-68) 494 2535 भ्रस्जो रोपधयो० (6-4.47) 256 2679 भावकर्मणोः (1-3-13) 397 3157 भ्राजभासधु० (3-2-177) 570 3443 भावलक्षणे स्थेण्कृ०(३-४-१६) 725 2565 भ्राजभासभाष० (7 4.3) 286 3189 भाववचनाश्च (3-3-11) 666 3184 भावे (3-3-18) 667 | 3089 मतिबुद्धिपूजा० (3-2-188) 554 For Private And Personal Use Only

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