Book Title: Balmanorama
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Page 795
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कौमुद्युत्तरार्धगतसूत्रसूचिकाः। पार्श्वम् | सूत्रम् पार्श्वम् 3628 मतुवसो रु० (8-3-1) 737 2473 मृजेवृद्धिः (7-2-114) 208 3705 मतोः पूर्वमात्संज्ञा० (6-1219)742 3323 मृडमृदगुध० (1.2.7) 702 3482 मतौ च (4-4-136) 727 3055 मृषस्तितिक्षायाम् (1-2-20) 542 3474 मत्वर्थे मासतन्वोः(४-४.१२८) 727 / 2960 मेघर्तिभयेषु कृत्रः (3-2 43) 517 3244 मदोऽनुपसर्गे (3-3-67) 679 2203 मेनिः (3-4-89) 3485 मधोः (4-4-139) 727 2538 म्रियतेलङ्लिङोश्च (1-3-61) 262 3475 मधोर्ज च (4-4-129) 727 2309 म्वोश्च (8-2-65) .88 2992 मनः (3-2-82) 527 3885 मन्क्तिन्व्याख्यान०(६-२-१५१)७५९ 2633 यङि च (7-4-30) 343 3402 मन्त्रे घसहरण. (2-4-80) 722 2650 योऽचि च (2-4-74) 349 3420 मन्त्रे वृषेषपच० (3-3.96) 723 2651 यडो वा (7-3.94) 351 3414 मन्त्रे श्वेतवहोक्थ०(३-२-७१) 723 | 2805 यच्चयत्रयोः (3-3-148) 464 3554 मन्त्रेष्वाङ्यादे० (6-4-141) 731, 3146 यजजपदशां यङः(३-२.१६६) 567 3533 मन्त्रे सोमाश्वे. (6-3-131) 730 | 3565 यजध्वैनमिति च (7-1-43) 732 3318 मयतेरिदन्य० (6-4-70) 700 3268 यजयाचयत० (3.3.90) 685 3484 मये च (4-4-138) 727 | 2882 यजयाचरुच० (7.3-66) 490 2517 मस्जिनशोझलि (7-1-60) 243 3520 यजुष्युरः (6-1-117) 3772 महान्त्रीह्य० (6-2-38) 751, 3641 यजुध्येकेषाम् (8-3-104) 738 2219 माडि लुङ् (3-3-175) 27 | 3397 यजेश्च करणे (2.3.63) 722 3748 मात्रोपज्ञोपक्रम० (6.2.14) 749 3663 यज्ञकर्मण्य 0 (1-2-34) 740 2394 मान्बधदान्शा० (3-1-6) 158 3202 यज्ञे समि स्तुवः (3-3-31) 672 3470 मायायामण (4-4.124) 726 3701 यतोऽनावः (6-1-213) 742 3822 मालादीनां च (6-2-88) 754 | 3349 यथातथयोरसूया० (3.4.28) 711 2949 मितनखे च (3-2-34) 514 | 2827 यथाविध्यनुप्रयोगः० (3.4.4) 472 2568 मितां ह्रस्वः (6-4.92) 290 / 3963 यद्धितुपरं छन्दसि (8-1-56) 765 2740 मिथ्योपपदात्० (1-3-71) 422 / 3973 यद्वृत्तानित्यम् (8-1.66) 765 2346 मिर्गुणः (7.3.82) 113 | 3240 यमः समुपनिविषु च(३-३-६३)६७९ 3888 मिश्रं चानुपस० (6.2 154) 759 / 2377 यमरमनमातां सक्च(७ 2.73)143 2508 मीनातिमिनोति. (6-1.50) 234 2698 यमो गन्धने (12-15) 4.4 3585 मीनातेर्निगमे (7-3-81) 734 3890 ययतोश्चातदर्थे (6-2 156) 760 3901 मुखं वाङ्गम् (6-2-167) 760 | 3156 यश्च यङः (3.2 176) 569 2624 मुचोऽकर्मकस्य० (7-4.57) 336 2521 यस ऽनुपसर्गात् (3.171) 246 2677 मुण्डमिश्र० (3.1-21) 385. 3025 यस्य विभाषा (7-2-15) 535 3254 मूर्ती घनः (3-3-77) 681, 2631 यस्य हलः (6-4-49) 242 2862 मृजेर्विभाषा (3-1-113) 486 | 3609 याज्यान्तः (82.90) 736 arma ___100 For Private And Personal Use Only

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