Book Title: Balmanorama
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www. kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 782 कौमुद्युत्तरार्धगतसूत्रसूचिकाः / सूत्रम् पार्श्वम् | सूत्रम् पार्श्वम् 3364 कोंजीवपुरुषयो० (3-4-43) 714 | 3870 कुण्डं वनम् (6-2-136) 758 3291 कर्मणि च० (3-3-116) 694 3976 कुत्सने च सुप्य० (8-1-69) 766 3350 कर्मणि दृशिविदो:०(३-४-२९) 711/2968 कुमारशीर्षयोणिनिः(३-२-५१) 519 2936 कर्मणि भृतौ (3-2-22) 511 3760 कुमारश्च (6.2.26) 750 2997 कर्मणि हनः (3-2-86) 529 3829 कुमार्या वयसि (6-2-95) 755 3003 कर्मणीनिविक्रियः (3.2-93) 530 3776 कुरुगाईपत० (6.2.42) 751 2671 कर्मणो रोमन्थ० (3-1-15) 382 2772 कुषिरोः प्राचां० (3.1-90) 453 3002 कर्मण्यग्न्याख्यायाम्(३-२-९२)५२० 3836 कुसूलकूपकुम्भ० (6-2.102) 755 2913 कर्मण्यण (3-2.1) 504 | 2245 कुहोश्चुः (7-4 62) 37 3271 कर्मण्याधेकरणे च (3-3-93) 685 | 3855 कूलतीरतूल. (6-2-121) 757 3346 कर्मण्याक्रोशे० (3-4-25) 710 | | 3863 कूलसूदस्थल० (62.129) 757 3780 कर्मधारयेऽनिष्ठा (6-2-46) 752 | 3062 कृच्छ्रगहनयोः० (7-2-22) 546 2766 कर्मवत्कर्मणा० (3-1-87) 444 3277 कृषः श च (3-3.100) 688 3215 कर्मव्यतिहारे० (3-3-43) 674 | 2934 कृओ हेतुताच्छी० (3.2-20) 510 3680 कर्षाऽऽत्वतो घ०(६.१.१५९) 7412239 कृञ्चानुप्रयुज्यते. (3-1-40) 34 3592 कव्यध्वरपृतनस्यर्चि०(७ 4-39)734 | 2835 कृत्यचः (8-4-29) 477 3411 कव्यपुरीषपु० (3-2-65) 723 | 2841 कृत्यल्युटो बहुलम् (3-3-113)479 3367 कषादिषु यथावि० (3-4-46) 715, 2831 कृत्याः (3-1-95) 2670 कष्टाय क्रमणे (3-1-14) 382 | 3441 कृत्यार्थे तवैके० (3-4-14) 725 2810 कामप्रवेदनेऽक० (3-3-153) 466 | 3312 कृत्याश्च (3-3-171) 699 2663 काम्यच्च (3-1-9) 371 3894 कृत्योकेष्णुच्चा० (6.2-160) 760 3882 कारकादत्तश्रुतयो०(६-२-१४८)७५९ | 2350 कृपो रा लः (8-2-18) 117 3771 कार्तकौजपादयश्च (6-2-37) 751/3406 कृमृद्दहि-य० (3-159) 2795 कालविभागे चान०(३-३-१३७)४६१ 3595 कृषेश्छन्दसि (7-4-64) 735 3179 कालसमयवेलासु०(३-३.१६७) 665 / 2293 कृसृवृस्तुद्रुस्रु० (7-2-13) 72 2306 कास्प्रत्ययादाम० (3-1-35) 84 | 3201 कृ धान्ये (3-3.30) 671 3955 किंवृत्तं च चि० (8-1-48) 764 2217 विडति च (1-1-5) 26 2801 किंवृत्ते लिडल्टौ (3-3-144) 463 3012 तक्तवतू निष्ठा (1-1-26) 532 2785 किंवृत्ते लिप्सायाम् (3-3-6) 458 3313 क्तिच्क्तौ च सं० (3-3-174) 699 2803 किंकिलास्त्यर्थेषु० (3-3-146)464 | 3779 ते च (6-2-45) 752 3951 किं क्रियाप्रश्ने० (8-1-44) 763 3795 तेन नित्यार्थे (6-2-61) 753 3712 कितः (6-1-165) 746 3087 तोऽधिकरणे च० (3.4-76) 553 2216 किदाशिषि (3-4-104) 26 | 3560 कापि च्छन्दसि (7-1-38) 732 2539 किरतौ लवने (6-1-140) 263 3321 कि स्कन्दिस्यन्दोः (6-4-31) 702 2611 किरश्च पञ्चभ्यः (7-2-75) 327 3569 को यक् (7-1-47) 732 22 For Private And Personal Use Only

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