Book Title: Avashyaksutra Niryuktirev Curni Part_2
Author(s): Haribhadrasuri, Gyansagarsuri, Bhadrabahuswami,
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
View full book text ________________
आवश्यक-I नियुक्तेरवचूर्णिः
शुद्धिपत्रकम्
शुद्धम् यथाह व्युत्मजत
स्थापयेत्
धम्मै
དགག་སྒྲ་ག: གལ་
पृष्ठम् पंक्तिः अशुद्धम् २२०९ ययार्ह " १० व्युत्सृजव
स्थापवेत् धम्य
निसर्गोगा० २२५ ५ जाह
किइडम्म • कत्तृकं
मंदसद्धा १० शाठ्य २३३६ स्यत्,
विथिद्वार११ गृहात्य०
निसगोंद्गा० आहकिइकम्म०
पृष्ठम् पंक्तिः अशुद्धम् २५१ १० सरदार० २५३ ७ घठित २५४ १० साडी० २५६४ मोहोद्वीपर्क
सामामि २५७३ धायको
च्छिनत्वात् २५४ १३ नरक
वृतिः सुवाणुवाए प्रमार्जन
शुद्धम् सदार
घटितं साडीकम्मे भाडी० मोहोद्दीपकं सामाइअंमि श्रावको रिछन्नत्वात् नरकं बृत्तिः रूवाणुवाए प्रमार्जन निष्ट्यूतस्ववृत्त्य.
AMCN
मंदसद्धा शाठ्य० स्यात्, विधिद्वारं
निष्टयूत
ग्रहात्य.
"
१२
स्ववृत्य
Join Education in
For Private
Personel Use Only
ASMw.jainelibrary.org
Loading... Page Navigation 1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 338