Book Title: Avashyaksutra Niryuktirev Curni Part_2
Author(s): Haribhadrasuri, Gyansagarsuri, Bhadrabahuswami, 
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

View full book text
Previous | Next

Page 10
________________ Sign शुद्धि पत्रकम् आवश्यक निर्युक्तेरवचूणिः ॥१०॥ - पृष्ठम् पंक्तिः अशुद्धम् ११३ १ ठेवरे ११६ ९ वनीकादि. अज्जावय अपसत्थासु १२१ बिसहि. किचण १२४ प्रमाजना २५, गृहणति कमादिषु रजसः १३३ १० मृत्कृष्ट १४४ १२ यक्षाद्या वाईके उत्सग० शुद्धम् कळेवरे बनीपकादि. अज्जायव० अपसत्थासु वसहि. किंचण प्रमार्जना १७, गृह्णाति क्रमादिषु रजसा मुत्कृष्ट यक्षाद्याः वार्द्धके उत्सर्ग पृष्ठम् पंक्तिः अशुद्धम् १७५ ५ था सिं १७७ ९ तावत्स्या० १७९ २ चतुर्विशति० १८८६ ०तयोद्वा, १८९ १० ग्नहणा० १९१४ तदुपवेंक: १९२५ अत्येण० १९८५ गोत्तरास्त सर्गाणा उपययश्च २०८६ हयरहवि २१३६ ब्दप्पधिकृतं २१४ १० थर्म० शुद्धम् श्वा मांस तावत्स्वा० चतुर्विशति० तयोरों, ग्रहणा० तदुपर्येकः पट्टकं अत्थेण गोचरास्त त्सर्गाणां उपचयथ इयरहवि दप्यधिकृतं धर्म पट्टकं १३२ १५५ ॥१०॥ - Jan Education Intel For Private Personel Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 ... 338